Ceasefire in India Pakistan: अमेरिका ने बताया है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच जंग कैसे टल गई। जानिए पूरी बात।
Ceasefire in India Pakistan: ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के दौरान, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव (India Pakistan Conflict) एक चरम पर पहुंच गया था, तब विश्व मंच पर एक और गंभीर युद्ध का खतरा मंडराने लगा था। भारत और पाकिस्तान के सैन्य गतिविधियों और सीमा पर बढ़ते तनाव (Military Tensions) के कारण ऐसा लगने लगा था कि स्थिति कभी भी युद्ध में बदल सकती है, लेकिन इस समय पर, अमेरिका ने (Peace Talks) शांति वार्ता कर अपनी सक्रिय भूमिका निभाई (US Diplomacy) और दोनों देशों के नेताओं के साथ सीधी बातचीत करने का सिलसिला शुरू किया। इस कारण सीजफायर (Cease Fire) के हालात बने।
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने ट्वीट कर यह जानकारी दी कि पिछले 48 घंटों में, उन्होंने और अमेरिका के उप विदेश मंत्री वीपी वेंस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर, पाकिस्तानी सेना के प्रमुख असीम मुनीर, और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल जैसे वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत की।
इन वार्ताओं का उद्देश्य यह था कि दोनों देशों के बीच बढ़ता सैन्य तनाव कम किया जा सके और युद्ध की संभावना को रोका जा सके। अमेरिका के इस हस्तक्षेप ने दोनों देशों के बीच बातचीत को बढ़ावा दिया और अंततः एक सैन्य संघर्ष की स्थिति को टाल दिया।
भारतीय सुरक्षा बलों ने 6-7 मई की रात 'ऑपरेशन सिंदूर' अंजाम दिया था। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर आतंककारियों को ललकारा था। पाकिस्तान ने भी अपनी तरफ से कुछ सैन्य कदम उठाए थे, जिसके परिणामस्वरूप स्थिति युद्ध के कगार पर पहुंच गई थी।हालांकि, दोनों देशों के सैन्य प्रमुखों और सरकारों के बीच शुरू हुई और संवाद प्रक्रिया ने इस संकट को शांति से सुलझा लिया।
अमेरिका ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो कि दोनों देशों को बातचीत की मेज पर लाने में सफल रही। अमेरिकी अधिकारियों की मध्यस्थता से भारत और पाकिस्तान दोनों ने यह समझा कि एक बड़ा युद्ध क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है।
बहरहाल ऑपरेशन सिंदूर के बाद की स्थिति ने यह सिद्ध कर दिया कि युद्ध की ओर बढ़ने से पहले संवाद और कूटनीतिक प्रयास कितने प्रभावी हो सकते हैं। अमेरिका के हस्तक्षेप ने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध को टालने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
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