जाफर ने कहा कि पाकिस्तान का तीन चौथाई पानी नदियों के जरिए भारत से बहकर आता है। 10 में से 9 पाकिस्तानियों की जिंदगानी उसी पानी से चल रही है।
पाकिस्तानी इंडस वाटर ट्रीटी के रद्द होने से काफी घबराए हुए हैं। उनको यह चिंता खाए जा रही है कि अब उनकी प्यास कैसे बुझेगी। पाकिस्तानी संसद में आए दिन इस चिंता की गूंज सुनाई पड़ रही है। शुक्रवार को एक और नेता का बयान वायरल हुआ। ये सांसद पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के सईद अली जाफर हैं।
उन्होंने पाकिस्तानी संसद में पीएम शहबाज शरीफ से गुहार लगाई कि किसी तरह भारत द्वारा छोड़े गए वाटर बम को डिफ्यूज करें नहीं तो हम भूखे-प्यासे मर जाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत के पानी से 10 में से हर एक पाकिस्तानी की प्यास बुझती है।
पाक संसद में उन्होंने चेताया कि अगर इसे दोबारा चालू नहीं किया गया तो यह पाकिस्तानियों पर आफत बन कर टूटेगी। उनके सामने भूखों मरने के अलावा कोई चारा नहीं होगा। जाफर ने कहा कि अगर पीएम ने इस समस्या का तत्काल हल नहीं निकाला तो हम भूख से मर जाएंगे।
जाफर ने कहा कि पाकिस्तान का तीन चौथाई पानी नदियों के जरिए भारत से बहकर आता है। 10 में से 9 पाकिस्तानियों की जिंदगानी उसी पानी से चल रही है। उन्होंने आंकड़ा बताया कि हमारी 90 फीसद फसल इस पानी से पैदा होती है। समूचे पाकिस्तान की बिजली और बांध इस पानी के सहारे हैं। इसलिए हमें इसे वाटर बम से कम नहीं आंकना होगा। हमें इसे कैसे भी डिफ्यूज करना होगा। हम संधि को दोबारा लागू कराना होगा।
बता दें कि पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमले के बाद भारत ने तत्काल प्रभाव से सिंधु जल संधि को स्थगित करने का ऐलान किया था। इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद 6-7 मई की रात के दरमियान भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। इसमें 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे। इस कार्रवाई को सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया था।