Bandar Abbas explosion: ईरान और अमेरिका के बीच परमाणु वार्ता के बीच ईरान में हुए भीषण विस्फोट और आग लगने से तबाही मच गई।
Bandar Abbas explosion ईरान (iran)के बंदरगाह शहर बंदर अब्बास (Iranian port city of Bandar Abbas) में शनिवार को भीषण विस्फोट (iran explosion) और आग लगने से भारी तबाही मच गई ।तेहरान से रिपोर्ट कर रहे अल जजीरा के तोहिद असदी ने सरकारी मीडिया के हवाले से बताया कि 25 की मौत हो गई है और 800 जने ज़ख़्मी हो गए। अधिकारियों ने बताया कि घायलों को चिकित्सालय में ले जाया गया है। अधिकारी जांच कर रहे हैं। अधिकारियों और सरकारी मीडिया के अनुसार, राजधानी तेहरान से 1,000 किलोमीटर से अधिक दक्षिण में स्थित ईरानी बंदरगाह शहर बंदर अब्बास में भीषण विस्फोट और आग लगने से सैकड़ों लोग घायल हो गए हैं। ईरान के सीमा शुल्क प्राधिकरण ने एक बयान में कहा कि शनिवार को विस्फोट सिना कंटेनर यार्ड ( Sina Container Yard) में हुआ, जो बंदरगाह और समुद्री संगठन से संबद्ध है।
ईरानी सरकारी टेलीविजन ने कहा कि शुरुआती रिपोर्ट में घटनास्थल पर ज्वलनशील पदार्थों के भंडारण में लापरवाही का संकेत मिलता है। होर्मोज़गन प्रांत के संकट प्रबंधन संगठन के निदेशक मेहरदाद हसनज़ादेह ने सरकारी टेलीविजन को बताया कि घायलों को चिकित्सा सुविधाओं में स्थानांतरित कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा अधिकारियों ने पहले घटनास्थल का दौरा किया था और सुरक्षा चेतावनियाँ जारी की थीं। ईरान की नेशनल ईरानियन पेट्रोलियम रिफाइनिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने शाहिद राजाी बंदरगाह पर हुए भीषण विस्फोट के बाद बयान जारी किया है। कंपनी ने स्पष्ट किया कि धमाके से क्षेत्र की तेल रिफाइनरियों, ईंधन टैंकों, वितरण परिसरों और तेल पाइपलाइनों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। बयान में कहा गया, "शाहिद राजी बंदरगाह पर हुआ विस्फोट और आगजनी हमारी कंपनी से जुड़ी किसी भी तेल सुविधा से संबंधित नहीं है।"
इससे पहले होर्मोज़गन पोर्ट्स एंड मरीन एडमिनिस्ट्रेशन के अधिकारी इस्माईल मालेकिज़ादेह ने पुष्टि की थी कि धमाका शाहिद राजाी बंदरगाह के डॉक क्षेत्र के पास हुआ। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा गया कि धमाके के बाद काले धुएं का एक विशाल गुबार और आग का भयानक गोला आसमान में उठता नजर आया। कई अन्य वीडियो में इमारतों और वाहनों को गंभीर नुकसान हुआ दिख रहा है। वहीं, कई लोग घायलों की मदद करते और घटनास्थल पर क्षतिग्रस्त संपत्तियों का निरीक्षण करते नजर आए।
गौरतलब है कि मई 2020 में भी इसी बंदरगाह पर एक बड़े साइबर हमले का आरोप इज़राइल पर लगा था। उस हमले के चलते बंदरगाह का कंप्यूटर सिस्टम ठप हो गया था और कई दिनों तक परिवहन व्यवस्था चरमरा गई थी।
यह हादसा ऐसे समय हुआ है जब ईरानी अधिकारी अमेरिका के साथ एक नए परमाणु समझौते को लेकर ओमान में बातचीत कर रहे हैं। ऐसे में इस घटना ने क्षेत्र में तनाव बढ़ने के कारण चौकसी बढ़ा दी गई है।