scriptChina ने कोरोना को लेकर जारी किया श्वेतपत्र, बताया- कहां और कब मिला पहला केस | China released white paper on coronavirus, told where and when first case was found | Patrika News
एशिया

China ने कोरोना को लेकर जारी किया श्वेतपत्र, बताया- कहां और कब मिला पहला केस

HIGHLIGHTS

कोरोना वायरस ( Coronavirus ) की जानकारी दुनिया को देने में देरी करने का आरोप झेल रहे चीन ( China ) ने रविवार को एक श्वेत पत्र ( White Paper On Corona ) जारी कर सभी सवालों के जवाब देने की कोशिश की है।
श्वेतपत्र में चीन ने बताया है कि कोरोना का पहला मामला वुहान शहर ( First Case Found In Wuhan ) में 27 दिसंबर का आया था। हालांकि निमोनिया और मानव से मानव में इस वायरस के फैलने के बारे में 19 जनवरी को पता चला।

नई दिल्लीJun 07, 2020 / 11:17 pm

Anil Kumar

China Coronavirus

China released white paper on coronavirus

बीजिंग। कोरोना वायरस महामारी ( Coronavirus epidemic ) से पूरी दुनिया जूझ रही है और इसके लिए चीन ( China ) को जिम्मेदारी ठहराया जा रहा है। कोरोना मामले पर पूरी दुनिया ( Coronavirus In World ) में घिरता देख चीन ने अब पहली बार एक श्वेतपत्र ( White paper ) जारी किया है। इस श्वेतपत्र में चीन ने बताया है कि कोरोना वायरस का पहला मामला ( First Case Of Coronavirus ) कब और कहां से आया है।

चीन ने यह श्वेतपत्र ऐसे समय में जारी किया है, जब पूरी दुनिया से कोरोना को लेकर चीन के खिलाफ आवाजें उठने लगी है और अमरीका समेत कई देश लगातार चीन पर आरोप भी लगाते आ रहे हैं। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ( US President Donald Trump ) ने तो कई बार इसे ‘चीनी वायरस’ तक कहा है।

देश में फैलने लगा Coronavirus तो सरकार ने मरवा दिए 10 हजार ‘मिंक’, जानें क्या है मामला?

हालांकि इससे पहले तक चीन कोरोना के संबंध में किसी भी तरह की जानकारी देने से इनकार करता रहा है। यहां तक कि चीन में कोरोना संक्रमितों और मौत के आंकड़ों को लेकर भी संशय है, जिसके बारे में बीजिंग ने कभी भी स्पष्ट नहीं किया है।

वुहान में आया पहला मामला

कोरोना वायरस की जानकारी दुनिया को देने में देरी करने का आरोप झेल रहे चीन ने रविवार को एक श्वेत पत्र जारी ( China Issue White Paper coronavirus irus ) कर सभी सवालों के जवाब देने की कोशिश की है। इस श्वेतपत्र में चीन ने बताया है कि कोरोना का पहला मामला वुहान शहर में 27 दिसंबर का आया था। हालांकि निमोनिया ( Pneumonia ) और मानव से मानव में इस वायरस के फैलने के बारे में 19 जनवरी को पता चला।

चीन ने बताया है कि जैसे ही उसे इसकी जानकारी मिली तुरंत अंकुश लगाने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई थी। चीनी मीडिया में सरकार की ओर से जारी श्वेतपत्र में कोरोना की जानकारी छिपाने और देर से दुनिया को बताने के आरोपों के संबंध में एक लंबी व्याख्या दी गई है।

Coronavirus in Delhi: अपने अस्पतालों को दिल्लीवालों के लिए आरक्षित कर सकती है AAP Govt

आपको बता दें कि अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शुरू से चीन पर ये आरोप लगाते आ रहे हैं कि चीन ने कोरोना की जानकारी दुनिया से छिपाई, जिसके कारण पूरी दुनिया आज भयावाह स्थिति है और जनहानि के साथ आर्थिक संकट का सामना कर रहा है।

https://www.dailymotion.com/embed/video/x7uccvt

19 जनवरी को वायरस के फैलने की हुई पुष्टि

श्वेतपत्र में चीन ने ये बताया है कि कोरोना वायरस के पहले मामले की पहचान वुहान शहर में 27 दिसंबर 2019 को एक अस्पताल में हुई। इसके बाद तुरंत इसे देखने के लिए विशेषज्ञों की मदद ली गई। इसके बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ( NHC ) ने इसकी गंभीरता को देखते हुए एक उच्चस्तरीय विशेषज्ञ टीम गठित की। विशेषज्ञों की टीम ने जांच करने के बाद 19 जनवरी को पहली बार इसकी पुष्टि की और बताया कि यह वायरस मानव से मानव में फैल सकता है।

चीन के अग्रणी श्वसन रोग विशेषज्ञ वांग गुआंगफा ने बताया है कि 19 जनवरी से पहले तक इसका कोई पर्याप्त सबूत नहीं मिला था कि यह वायरस मानव से मानव में फैल सकता है। हालांकि जब इस बात की पुष्टि हो गई कि कोरोना वायरस मानव से मानव में फैल सकता है, तो इसे रोकने के लिए फौरन एहतियाति कदम उठाए गए और कार्रवाई शुरू कर दी गई।

कई देशों ने की चीन पर कार्रवाई करने की मांग

गौरतलब है कि अमरीका समेत कई देशों ने चीन पर कोरोना वायरस की जानकारी छिपाने और दुनिया के सामने देरी से बताने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। अमरीका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन आदि तमाम देश हैं जो चीन से हार्जाना मांगने को लेकर भी बात कर रहे हैं।

अमरीका ने तो विश्व स्वास्थ्य संगठन ( World Health Organization ) और चीन के बीच मिलीभगत का आरोप लगाकर WHO से नाता ही तोड़ लिया है। साथ ही चीन के खिलाफ कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी है। हाल के दिनों में चीन के खिलाफ अमरीका की मोर्चेबंदी से ये साफ नजर भी आ रहा है कि ट्रंप चीन पर नरमी दिखाने के मूड में नहीं हैं। क्योंकि कोरोना वायरस से सबसे अधिक नुकसान अमरीका को झेलना पड़ा है। अभी तक अमरीका में एक लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और यह सिलसिला अभी भी जारी है, जबकि 19 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं।

Coronavirus: Brazil ने मौत के मामले में इटली को पीछे छोड़ा, पूरी दुनिया में तीसरे नंबर पर पहुंचा

इधर ऑस्ट्रेलिया ने कोरोना ( Coronavirus In Australia ) को लेकर चीन के खिलाफ आवाज उठाई तो दोनों देशों के बीच व्यापर से लेकर क्षेत्रीय मुद्दों सहित कई तरह के तनाव देखने को मिल रहा है। हालांकि अब जब चीन ने श्वेतपत्र जारी कर ये बताने की कोशिश की है कि उसने कोरोना वायरस के संबंध में दुनिया को धोखे में रखने की कोई साजिश नहीं की है। फिलहाल पूरी दुनिया में कोरोना से हो रही मौतों और फैलते संक्रमण के बीच चीन के खिलाफ रोष बढ़ता ही जा रहा है। कई देश मिलकर चीन की घेराबंदी करने के लिए साथ आ रहे हैं और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

Home / world / Asia / China ने कोरोना को लेकर जारी किया श्वेतपत्र, बताया- कहां और कब मिला पहला केस

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो