काठमांडू। नेपाल के किलाली और कंचनपुर जिलों के कई गांवों में तूफान ने बड़ी तबाही मचाई है। तूफान में दो की मौत हो गई और करीब सौ लोग घायल हो गए। मृतकों की पहचान 47 वर्षीय लहानू चौधरी और बीरबहादुर चौधरी के रूप में की गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि तूफान की रफ्तार काफी तेज थी। इसके कारण कई कच्चे घर तहस-नहस हो गए।
पेड़ों के टूटने के कारण कई जगह यातायात अवरुद्ध हो गया है। उसकी वजह से नेपाल में कई हाइवे जाम हो गए हैं।तूफान से हुए नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है। तलाशी और बचाव अभियान पूरे जोर से चल रहा है। कई बिजली के पोल क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि तेज हवाओं के कारण पेड़ उखड़ गए। इन दो जिलों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है।
UAE में टैंकरों पर हुए हमले की रिपोर्ट UNSC में पेश, घटना के लिए जिम्मेदार है कोई ‘खास’ देश दोनों जिलों के शैक्षणिक संस्थान बंद कंचनपुर जिले में कुल 23 और कैलोली में 77 लोग घायल हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसमें से एक 11 वर्षीय लड़की गंभीर रूप से घायल है। तूफान से हुई तबाही के कारण दोनों जिलों में शैक्षणिक संस्थान शुक्रवार को बंद रहे। बड़ी संख्या में स्कूलों ने नुकसान उठाया है, जिसने उनके संचालन को प्रतिबंधित कर दिया है।
चीन में ढहाई गईं कई मस्जिदें, पाबंदियों के बीच सूनी रही ईद की रौनककाठमांडू में भी तूफान का खतरा नेपाल की राजधानी काठमांडू में भी शुक्रवार सुबह तेज हवाएं चलीं। अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। यहां पर आगे भी तेज हवाएं चल सकती हैं और तेज बारिश भी हो सकती है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 24 घंटे में कभी भी मौसम करवट ले सकता है। ऐसे में तेज बारिश और आंधी संभावना बनी हुई है।