22 जनवरी को निकाला गया 84 सेकंड का मुहूर्त छह प्रकार के योगों से युक्त होने से और भी विशिष्ट हो गया है। ये छह योग ऐंद्रयोग, आनंदयोग, सर्वार्थसिद्धियोग, अमृतसिद्धियोग, संजीवनीयोग तथा राजयोग हैं। मेष लग्न, वृश्चिकनवांश, अभिजीतक्षण, मृगशीर्ष नक्षत्र इस योग को और भी पवित्र एवं पुष्ट बना रहे हैं। इस दौरान सूर्य के मकर राशि में होने से यह मुहूर्त गुरु बृहस्पति के वचन ‘पौषे राज्यविवृद्धि स्यान्’ को भी चरितार्थ कर रहा है।
राम भक्तों को वर्षों से जिस पल का इंतजार है, उसके लिए अयोध्या पूरी तरह से तैयार है। भव्य राम मंदिर को फूलों और विशेष रोशनी से सजाया गया है। आयोजन की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर जिस तरह की भावना उमड़ पड़ी है, वो अभिभूत करने वाली है।
एक अन्य पोस्ट में प्रधानमंत्री ने लिखा, रामलला के आगमन को लेकर हर तरफ उनके भक्तों के जोश भरे उद्गार देखने को मिल रहे हैं।
अयोध्या में अतुल्य तैयारी पूरी अयोध्या नगरी, ‘शुभ घड़ी आई’, ‘तैयार है अयोध्या धाम’, ‘विराजेंगे श्री राम’, ‘राम फिर लौटेंगे’, ‘अयोध्या में राम राज्य’ जैसे नारों वाले पोस्टर और होर्डिंग से पटी हुई है। प्राण प्रतिष्ठा से पहले करीब दो घंटे तक सुनाई देने वाली दिव्य मंगल ध्वनि में देशभर के पारंपरिक वाद्य यंत्रों का उपयोग किया जाएगा। यह संगीत प्रस्तुति सुबह 10 बजे शुरू होगी।