राम मंदिर शिलान्यास के विरोध में राहुल गांधी के काले कपड़े पहनने की सच्चाई
21 फीट तक डाली गई है ग्रेनाइट
मंदिर की नींव को लेकर 40 मीटर आर्टिफिशियल रॉक डाला गया। उसके बाद 21 फीट तक ग्रेनाइट डाला गया है। उसकी वजह से किसी भी प्रकार की सीलन या पानी नहीं आ सकता है। रसायन शास्त्र के प्रवक्ता रह चुके विश्व हिंदू परिषद के नेता और श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि उत्तरी भारत में ऐसा कोई मंदिर नहीं है जो इस तरह पत्थरों के द्वारा बनाया गया है। दक्षिण भारत के अधिकांश मंदिर पत्थरों से बनाए गए हैं और उनमें परकोटे का इस्तेमाल किया गया है। इस प्रकार राम मंदिर में भी परकोट का प्रयोग किया गया है।