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मोदी की रैली में नहीं फैसला कोरोना तो स्कूल में खतरा कैसे: हवलदार

-महात्मा ज्योतिबा फूले की जयंती पर सरकार पर जमकर बरसे सपाई -महात्मा का रास्ते पर चलकर समाज को नई दिशा देने का लिया संकल्प

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श्रद्धासुमन अर्पित करते सपाई।

श्रद्धासुमन अर्पित करते सपाई।

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
आजमगढ़. समाजवादी पार्टी द्वारा रविवार को जिला कार्यालय में समाज सुधारक महात्मा ज्योतिबा फूले की 194वीं जयन्ती मनाई गयी। इस दौरान जहां लोगों ने उनके कृतृत्व व व्यक्तित्व पर चर्चा करते हुए उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया वहीं योगी व मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। जिलाध्यक्ष ने सवाल किया कि अगर देश की सरकार रैली कर सकती है तो स्कूल क्यों नहीं खुल सकता।

जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने कहा कि ज्योतिबा फूले महान समाज सुधारक व लेखक थे। महात्मा फूले ने महिलाओं एवं दलितों की शिखा व उत्थान के लिए काम किया। उन्होंने 1873 में महाराष्ट्र में सत्यशोधक समाज नामक संस्था का गठन किया था। वे सभी वर्गों को शिक्षा प्रदान करने व विधवा विवाह के प्रबल समर्थक थे।

हवलदार यादव ने कहा कि आज भाजपा सरकार की गलत निर्णयों के कारण गरीबों, मजलूमों को शिक्षा से वंचित हो रहा है। कोरोना के नाम पर स्कूल बंद हैं लेकिन सरकार के नेताओं की चुनावी रैलियां जारी है। अगर रैली की भीड़ में कोरोना नहीं फैल रहा है तो स्कूल खुलने से कैसे फैल जाएगा। यह सरकार को स्पष्ट करना चाहिए।

महासचिव हरिप्रसाद दूबे ने कहा कि महात्मा फुले ने समाज में फैली विकृतियों के विरूद्ध कार्य किया। भाजपा की जनविरोधी नीतियों से मॅहगाई, बेरोजगारी के कारण गरीबों के बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे है। सरकार चुनावों में रैलियां व रोड शो कर रही है तब कोरोना का संकट नहीं है लेकिन विद्यालय बन्द कर दिये गये है। इससे सरकार की मंशा साफ जाहिर होती है। इस मौके पर कोषाध्यक्ष प्रदीप यादव, अजीत कुमार राव, रिंकू यादव, सरोज यादव, प्रेमा यादव, किरन श्रीवास्तव, शशिकला सिंह, राजेश सरोज आदि उपस्थित थे।

BY Ran vijay singh