Video: अब यूपी के इस जिले में छोड़े जाएंगे बंदर
टीचर से की गर्इ थी इतने रुपयों की डिमांड
दरअसल बागपत जिले के बड़ौत में स्थित आवास विकास कालोनी निवासी सोमित विश्नोई पुत्र रामपाल सिंह ने इस भ्रष्टाचार का भाड़ाफोड़ कर दिया। सोमित बताते है कि वे छपरौली के प्राथमिक विद्यालय नं. 1 में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। 16 नवम्बर को बीएसए राजीव रंजन कुमार मिश्र विद्यालय में निरीक्षण के लिए पहुंचे थे।उस समय वह ब्लाॅक एजुकेशन आॅफिसर अजय कुमार के निर्देश पर नगर पंचायत चांदनहेडी क्षेत्र के एक विद्यालय में विभाग के कार्य से गए हुए थे।निरीक्षण के दौरान अपने मूल विद्यालय में न मिलने पर बीएसए ने उनकी अनुपस्थिती लगाकर स्पष्टीकरण देने की बात कहीं। उन्होनें उक्त मामले में स्पष्टीकरण दे दिया।
अनुपस्थिती को हटाने के लिए मांगे थे रुपये
आरोप है कि इसके बाद बीएसए के स्टेनो विनोद मसीह ने उन्हें फोन कर कहा कि अगर अपनी अनुपस्थिती को सही कराना है। तो इसके लिए 10 हजार रुपये का इंतजाम कर ले। जो बीएसए को देने है तथा उसकी दावत का इंतजाम अलग से कर दे, अन्यथा अनुपस्थित लगाकर वेतन काटा जा सकता है। स्टेनो के बार-बार रुपये देने का दबाव बनाने लगा। परेशान होकर सोमित ने 10 दिसम्बर को मामले की शिकायत एंटी करप्शन विभाग मेरठ से की। शिकायत पर एंटी करप्शन टीम मंगलवार को बागपत पहुंची और दोपहर साढ़े तीन बजे स्टेनो विनोद मसीह को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। रिश्वत के दो नोट-दो हजार व दो नोट-पांच सौ के थे। नोटो पर लगे पाउडर व हाथ पर लगे पाउडर की जांच करने पर पानी लाल हो गया। इसके बाद टीम स्टेनो को कोतवाली लेकर पहुंची और पूछताछ की। कागजी कार्रवाई के बाद स्टेनो को टीम साथ लेकर चली गई। एंटी करप्शन टीम में इंस्पेक्टर कुंवरपाल सिंह, अरविंद कुमार, अशोक शर्मा रहे।