दरअसल, ‘बंदिश’ (Bandish) के नाम से रिलीज होने जा रही यह एलबम बागपत जेल में ही तैयार की गई है। जेल सुधारक प्रदीप रघुनंदन बताते हैं कि बागपत जेल में हत्या के आरोप में सजा काट रहे बड़ौतत निवासी बंदी बलराज ने एक म्यूजिक एलबम ‘बंदिश’ कारागार में स्थापित जेल रेडियो के स्टूडियो में रिकार्ड की है। यह स्टूडियो कारागार सुधारों के क्षेत्र में आए बदलाव एवं बागपत जिला कारागार की बदल रही छवि का एक सकारात्मक उदाहरण है। जेल अधीक्षक सुरेश कुमार सिंह कहते हैं कि संगीत सदियों से लोगों के लिए प्ररेणाश्रोत रहा है। इससे न सिर्फ मानसिक स्थितियां बदलेंगी, बल्कि लोग अपने अंदर एक रचनात्मकता का अहसास करेंगे।
सामाजिक कार्याक्रर्ता ने बदली बागपत जेल की छवि बता दें कि मुन्ना बजरंगी की हत्या से बदमाम जेल की छवि बदलने में सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप रघुनंदन अहम भूमिका निभा रहे है। उन्होंने जेल में रेडियो कारागार स्थापित कराया है, जिससे बंदियों का मनोरंजन किया जाता है। सामाजिक कार्यकता प्रदीप रघुनंदन 12 वर्षो से जेल सुधार के क्षेत्र में सक्रिय हैं। जनपद एटा कारागार को देश का पहला आईएसओ कारागार का गौरव दिलाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही थी। उनके कार्यक्रमों की जेल सुधारक के रूप में पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी तक प्रशंसा कर चुके हैं। रघुनंदन को नेशनल यूथ आईकोन अवार्ड उप्र युवा रत्न पुरुस्कार प्राप्त हो चुका है। हाल ही में उनको दस दिसंबर 2018 को मानवाधिकार दिवस पर भी केंद्रीय कारागार जयपुर में राष्ट्रीय जेल सेवा सम्मान से नवाजा गया था।
आज नई दिल्ली में होगी रिलीज म्यूजिक एलबम ‘बंदिश’ को भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा नई दिल्ली में आज रिलीज किया जाएगा। इस एलबम में पुराने गानों की श्रंखला ली गयी है, जो नये सुरों व देसी म्यूजिक के साथ सुनाई देगें।