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स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मिला था ऑर्डर
जानकारी के अनुसार, बिनौली ब्लॉक के प्राइमरी स्कूलों में छात्र-छात्राओं को ड्रेस वितरित करने के लिए स्वयं सहायता समूह को इसका ऑडर दिया गया था। उनसे एक जोडी ड्रेस बनने के बाद दूसरी जोडी ड्रेस का ऑडर नहीं दिया गया। पीडि़त महिलाओं का आरोप है कि हेडमास्टरों द्वारा दस प्रतिशत कमीशन मांगा गया। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने सोमवार को कलेक्ट्रेट में पहुंचकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। और डीएम की गाड़ी के आगे बैठकर नारेबाजी करनी शुरू कर दी। उन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल ड्रेस का ऑर्डर देने के लिए हेडमास्टरों द्वारा दस प्रतिशत कमीशन मांगा जा रहा है। जिससे उनको रोजगार तक नहीं मिल रहा है। वह ड्रेस सिलकर ही अपने परिवार का गुजारा कर रहे है, लेकिन हेडमास्टरों द्वारा उनको ऑर्डर तक नहीं दे रहे है।
बिना कमीशन ऑर्डर देने से किया इनकार
महिलाओं का आरोप है कि उनसे स्कूल के हेड मास्टर ने साफ शब्दों में कहा कि जब तक दस प्रतिशत कमीशन नहीं देंगे। तब तक वह ऑर्डर नहीं पास करेंगे। इतना ही नहीं आरोप है कि जब महिलाओं ने इसका विरोध किया तो हेडमास्टर ने कहा कि उनकी शिकायत कही भी कर ले उनकी ऊपर तक सेटिंग है। उन्हें उच्च अधिकारियों को भी कमीशन देना पड़ता है। इसके विरोध में महिलाओं ने हंगामा किया और बीएसए का घेराव कर डीएम को बाहर बुलाने की मांग करने लगी। हालांकि बाद में एसडीएम रामनयन ने पहुंचकर महिलाओं को समझाकर शांत किया और मामले की जांच कराकर उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिया।