scriptखपरी बी और नारागांव स्कूल का अधूरा काम छोड़ कर ठेकेदार भागे, नोटिस का भी असर नहीं | Contractors ran away leaving unfinished school work | Patrika News
बालोद

खपरी बी और नारागांव स्कूल का अधूरा काम छोड़ कर ठेकेदार भागे, नोटिस का भी असर नहीं

मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना का हाल बेहाल है। सत्र बीतने को है, फिर भी आरईएस व लोक निर्माण विभाग काम पूरा नहीं करा पाए हैं। ग्राम खपरी (ब) में काम बंद है। यहां 16 लाख 20 हजार से स्कूल में अतिरिक्त भवन बनाना हैं।

बालोदMar 15, 2024 / 11:25 pm

Chandra Kishor Deshmukh

जिम्मेदार विभाग सुस्त, ठेकेदार मस्त, काम छोड़ दोबारा नहीं आए

खपरी बी और नारागांव स्कूल का अधूरा काम छोड़ कर ठेकेदार भागे, नोटिस का भी असर नहीं

बालोद. जिले में मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना का हाल बेहाल है। सत्र बीतने को है, फिर भी आरईएस व लोक निर्माण विभाग काम पूरा नहीं करा पाए हैं। ग्राम खपरी (ब) में काम बंद है। यहां 16 लाख 20 हजार से स्कूल में अतिरिक्त भवन बनाना हैं। बालोद विकासखंड के ग्राम नारागांव में 12 लाख 80 हजार रुपए से स्कूल भवन बनाना है। यहां अधिकारी लोग देखने तक नहीं आते। स्कूल भवन निर्माण, मरम्मत कार्य में आरईएस व लोक निर्माण विभाग की सुस्ती और लापरवाही देखने को मिल रही है। इस बारे में जिम्मेदार अधिकारी एवं विभाग आज कल का समय दे रहे हैं।

केस 1 : खपरी (ब) में छह माह से काम अधूरा
गुंडरदेही विकासखंड के ग्राम खपरी (ब) में 6 माह से 16 लाख 20 हजार से स्कूल भवन निर्माण कार्य बंद है। जनपद एसडीओ घनश्याम सिन्हा ने कई बार ठेकेदार को नोटिस दिया। बावजूद ठेकेदार ने काम शुरू नहीं कराया। यहां अतिरिक्त कक्ष के लिए नींव खोदी जा चुकी है। स्कूल में अतिरिक्त कक्ष निर्माण के लिए नींव खुदाई हो चुकी है। विभाग ठेकेदार से काम बंद करने पर जानकारी लेने की पहल की जाती है तो कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है। बाहर निकली सरिया से बच्चों के लिए घातक हो सकती है। सरपंच जनक बाई साहू ने कहा कि इस तरह की लापरवाही नहीं करना चाहिए बल्कि तत्काल काम को शुरू करना चाहिए।

केस 2 : एक साल में भी नारागांव स्कूल में काम नहीं हुआ शुरू
गुरुर ब्लॉक मुख्यालय अंतर्गत स्थित ग्राम नारागांव के पूर्व माध्यमिक शाला केंद्र के जीर्णोद्धार के लिए दो भवनों की मरम्मत के लिए कुल 12.80 लाख रुपए स्वीकृत हुए हैं। एक भवन में हाइट बढ़ाकर छत ढालने, फाल सीलिंग, टाइल्स, रंग रोगन के साथ बिजली फिटिंग करना था। ठेकेदार ने सिर्फ शेड लगाया। दूसरा भवन भी जर्जर है। छत से बारिश के बाद पानी का रिसाव होता है। बच्चे जर्जर भवन में जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करने मजबूर हैं। छत में दरारें पड़ चुकी हैं और प्लास्टर भी उखडऩे लगा है कभी भी बड़ी अनहोनी हो सकती है। इसके बावजूद निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है।

ठेकेदार ने छोड़ा काम, अधिकारी सिर्फ भरोसा दिला रहे
ठेकेदार ने निर्माण कार्य को बीच में ही छोड़ दिया है, जिसके कारण ग्रामीण परेशान हैं। कक्षा 6वीं में कुल 31 बच्चे, 7वीं में 20 और 8वीं में 31 बच्चे हैं। इस तरह पूर्व माध्यमिक शाला में कुल 82 बच्चे अध्यनरत हैं, जो जर्जर भवन में पढ़ाई करने मजबूर हैं। ठेकदार ने पक्की छत की जगह शेड बना दिया है। उस भवन में ईंट जोड़ कर ऊंचाई नहीं बढ़ाई गई, जबकि ऊंचाई में बढ़ोत्तरी का प्रशासनिक आदेश जारी हुआ है। शेड लगाने के बाद मलमा भी नहीं हटाया गया। प्लास्टर भी नहीं किया गया है।

ग्रामीण जल्द काम शुरू कराने की मांग कर रहे
शाला विकास समिति अध्यक्ष तेन सिंह करियाम में बताया कि पूर्व माध्यमिक शाला के लिए जितनी राशि प्रशासन से स्वीकृत की गई है, उससे बच्चों के लिए पर्याप्त नए भवन बनाए जा सकते हैं। वहीं जिन भवनों का जीर्णोद्धार होना है, वह पूरी तरह जर्जर हैं। उसे डिस्मेंटल कर अन्य स्थान पर नया भवन बनाया जाए। इसके लिए जगह चयनित हो चुकी है। बच्चों के खेलकूद के लिए पर्याप्त जगह मिल सकेगी।

समस्या पर ध्यान नहीं दिया जा रहा
उपसरपंच हेमलाल साहू ने बताया कि ग्राम पंचायत और ग्रामीणों के माध्यम से विधायक ने संबंधित पीडब्ल्यूडी और कलेक्टर को स्कूल की समस्या को लेकर कई बार सूचित किया है। बावजूद समस्या पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बच्चे और शिक्षक जान जोखिम में डालकर पढ़ाई में जुटे हंै।

ठेकेदार ठोस जवाब नहीं दे रहा

एसडीओ गुंडरदेही घनश्याम सिन्हा ने कहा खपरी (ब) में मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत अधूरे काम को शुरू कराने लगातार ठेकेदार से संपर्क कर रहे हैं, लेकिन ठेकेदार ठोस जवाब नहीं दे रहा है। तीन बार नोटिस भी दिया जा चुका है।

जल्द काम पूरा किया जाए

लोक निर्माण विभाग के ईई एम प्रसाद ने कहा कि हमारी कोशिश है कि जल्द काम पूरा किया जाए। जहां काम रुका हुआ है, वहां की जानकारी लेकर आगे की कार्यवाही की जाएगी।

Home / Balod / खपरी बी और नारागांव स्कूल का अधूरा काम छोड़ कर ठेकेदार भागे, नोटिस का भी असर नहीं

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो