पर्यावरण संतुलन के लिए पौधरोपण का संकल्प
सुबह 7 बजे ही गांव की महिलाओं और युवाओं ने सामूहिक रूप से जल का संरक्षण और पर्यावरण संतुलन के लिए पौधरोपण का संकल्प लिया। संकल्प के बाद सफाई अभियान की शुरुआत हुई। आधा सैकड़ा महिलाओं की उपस्थिति में अभियान के पहले दिन जोश और उत्साह के साथ साफ-सफाई की गई। सभी ने इस सफाई अभियान की तारीफ की और तालाब की सफाईहोते तक योगदान देने आगे भी जारी रखते की बात कही ।
ग्रामीण बच्चों ने तालाब को गंदा न करने की अपील
अमृतं जलम् अभियान के तहत महिलाए जब सफाई करने तालाब में उतरी तो उसे देखकर अन्य लोग भी सामने आए। इनमें युवा भी शामिल थे। सभी लोग साथी हाथ बंढ़ाना… गाने की तर्ज पर तालाब की सफाई में जुट गए। महिलाओं ने कहा नदी, नाले और तालाबों के संरक्षण के लिए पत्रिका का यह अभियान सराहनीय कदम है। ऐसे कार्यो में सबको सहयोग देने की जरूरत है।
जनहित में चलाया जा रहा अभियान सराहनीय
ग्रामीण पुष्पा बाई ने कहा पत्रिका समूह द्वारा सामाजिक सरोकार के तहत समय समय पर जनहित में जो अभियान चलाया जाता है वह सराहनीय प्रयास है। बता दें कि पत्रिका द्वारा अमृतं जलम् अभियान के तहत शहर और गांवों में स्थित नदी और निस्तारी तालाबों जो अपना अस्तित्व खो रहे हैं। उसे बचाने लोगों को जागरूक करने अभियान छेड़ा है। इस अभियान के तहत लोग जुड़ते ही जा रहे हैं।
तालाबों के पचरी घाट व खरपतवार की सफाई
रविवार को महिलाओं ने तालाब की पचरी और घाट की साफ-सफाई की। साथ ही तालाब के अंदर उगे खरपतवार को निकालने का प्रयास किया गया। बड़ा तालाब होने की वजह से इसकी सफाई में और समय और लोगों के योगदान की जरूरत है। इस सफाई अभियान में शारदा बाई, चंपा बाई, बेलासा, संगीता, अगसिया बाई, गायत्री बाई, पंच सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने योगदान दिया।