बबेरू के सिमौनी गांव निवासी शारदा यादव का पुत्र ओमप्रकाश (40) राजमिस्त्री था। वह पिछले दो साल से कांशीराम कालोनी में संजय नामक व्यक्ति के कमरों में किराए पर परिवार समेत रहता था। पंद्रह मई की सुबह नौ बजे किसी के घर मजदूरी करने की बात कहकर शिवसागर के साथ चला गया। देर शाम तक जब वापस नहीं लौटा तो पत्नी पानकुमारी ने तलाश शुरू की। मकान मालिक संजय से पूछा। लेकिन उसका कहीं अता पता नहीं चल सका।
देर रात गांव में अपने परिवारीजनों को सूचना दी। घरवाले तलाश करते रहे। शुक्रवार दोपहर किसी ने घरवालों को बताया कि भूरागढ़ के समीप एक युवक की ट्रेन से कटकर मौत हो गई थी। उसने वाट्सएप के जरिए अपने परिचित से फोटो मंगाकर पत्नी को दिखाई। शव देखकर परिवार में चीख पुकार मच गई। पिता ने बताया कि घर में पत्नी या अन्य किसी से कोई झगड़ा नहीं हुआ था। पैसे की भी खास दिक्कत नहीं थी। वह आत्महत्या नहीं कर सकता है। आशंका जताई कि उसकी साजिशन हत्या की गई है। मृतक के दो बेटे विमल, सुनील व दो बेटियां सुमन और नन्हीं हैं।