शहर में गत दो माह से हुई बारिश के कारण सभी निर्माण कार्य स्थगित हो गए थे। बारिश थमने के बाद परियोजनाओं के निर्माण कार्यों में तेजी लाई जा रही है। बारिश के कारण झोपड़ पट्टी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अस्थाई रूप से शेड्स निर्मित कर दिए गए थे। इन दिनों सर्दी और बारिश के कारण इन लोगों का गुजारा मुश्किल हो गया है। इसलिए आनेपाल्या, विवेकनगर, पॉटरी टाउन, केजी हल्ली, विनोबा नगर, गांधीनगर, श्रीरामपुरम, जगजीवनराम नगर, कलकेरे, गोट्टिगेरे, कोडिगेनाहल्ली और मालागाला क्षेत्रों में आवासीय कालोनियों का निर्माण कार्य जारी है। आवास वितरित करने के लिए लॉटरी नहीं उठाई जाएगी। बल्कि कई सालों से रह रहे परिवारों की निशानदेही कर उन्हें पहले से ही टोकन वितरित कि गए थे।
टोकन देने वालों को ही आवास की सुविधा उपलब्ध होगी। सभी कालोनियों को बिजली और पानी का संपर्क उपलब्ध कराया गया है। सरकार से मुफ्त पानी की आपूर्ति होगी। सभी कालोनियों में पक्की सडक़ें, सरकारी प्रथामिक स्कूल, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और बीएमटीसी बसों की सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। हर एक निवास में एक कमरा, एक डाइनिगं रूम, हाल और रसोई घर के अलावा बालकॅनी होगी।
घर किराए पर दिए तो वापस ले लिए जाएंगे
झोपड़ पट्टी क्षेत्रों में रहने वाले परिवारों ने पक्के निवास निर्मित करने के लिए अपनी भूमि आंवटित की थी। लाभार्थियों को आवास आवंटित करने के बाद उन्हें वहीं रहना होगा। अगर किराए पर आवास दिया गया तो कार्रवाई होगी और आवास को कब्जे में लिए जाएंगे। राजगोपाल नगर, लक्ष्मीदेवी नगर, आडुगोडी, कोडिगेहल्ली, शाकंबरीनगर, लग्गेरे, नन्दिनी लेआउट, बूदिहाल और अन्य कई क्षेत्रों में ९० से अधिक निवास कब्जे में लिए गए हैं। लाभार्थी इन अवासों को किराए पर देकर अन्य झोपड़ पट्टी इलाकों में रहने लगे थे। इन लाभार्थियों को कुछ कड़े नियम के आधार पर आवास लौटाए जाएंगे।
इन नियमों का उल्लंघन करने पर आवास दिए तो उनके निवास फिर जब्त होंगे। उन्होंने कहा कि कोरमंगला, आडुगोड़ी और एचएसआर लेआउट इलाकों में बारिश हुई तो नागरिकों को किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं होगी। यहां दो किलोमटर तक बरसाती नालों को निर्मित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक आवासी बोर्ड ने सभी जिलों और तहसीलों में भी विभिन्न विन्यास से मकानों की कालोनियों को निर्मित करेगा। उनमें पचास फीसदी मकान लाभार्थियों कोआरक्षित रखेजाएंगे। पचास फीसदी मकानों की बिक्री होगी। एक बीएचके का मकान ७.५० लाख रुपए, दो बीएचके का मकान १२ लाख रुपए में उपलब्ध होगा।