महिला और टीम के सदस्य होटल रिलेक्स-इन पहुंचे। यहां उन्हें एक ही रूम उपलब्ध कराया गया। महिला ने एक ही रूम में ठहरने से मना कर दिया और कोई रूम खाली नहीं था। कुछ ही देर में रिसेप्शन से महिला को फोन पर कहा गया कि वह यहां नहीं रुक सकती है। होटल प्रबंधन ने यह तर्क दिया कि वह अपने पति के साथ नहीं हैं, इसलिए उनका ठहरना अनुचित है। महिला ने जवाब में कहा कि वह साबुन की कंपनी में जॉब करती हैं। मार्केटिंग टीम के साथ आई हैं। महिला का तर्क सुनने के बाद होटल में उसे रुकने से साफ इनकार कर दिया। अकेली महिला ने पूरी रात कार में सोकर बिताई। दिन में मार्केटिंग संबंधी काम निपटाकर जब सभी उदयपुर लौट रहे थे, तब उन्हें पता चला कि एक आपत्तिजनक पोस्ट उदयपुर में वायरल हो रही है।
यह लिखा था पोस्ट में
पोस्टा में महिला के पते को इंगित करते हुए लिखा कि उदयपुर की एक महिला बांसवाड़ा में एक दूसरे धर्म के युवक के साथ घूमती हुई देखी गई। पोस्ट के साथ ही महिला व टीम के सदस्यों की ओर से होटल में बुकिंग के वक्त दिए आधार कार्ड की कॉपी भी वायरल की गई। इस टीम के 4 लोगों में से 3 व्यक्ति एक समाज के थे, जबकि चौथा व्यक्ति अन्य धर्म से था। आरोपियों ने महिला और अन्य धर्म के व्यक्ति के आधार कार्ड का उपयोग करते हुए पोस्ट वायरल की थी।
इन्हें किया गिरफ्तार
होटल गैलेक्सी और होटल रिलेक्स-इन के मालिक के बेटे घनश्याम पाटीदार (26) पुत्र अमित पाटीदार, उसके जीजा नरेश पाटीदार (42) पुत्र जीवनराम पाटीदार, पाड़ी कला निवासी अनिल पटेल (37) पुत्र अर्जुन पटेल और बांसवाड़ा निवासी अनुराग सिंघवी पुत्र पारस सिंघवी को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में उन्हें कोर्ट से जमानत मिली। पोस्ट वायरल होने के बाद महिला को सामाजिक व पारिवारिक स्तर पर खासी दिक्कतों का सामान करना पड़ा। कार्रवाई के लिए महिला ने सबसे पहले उदयपुर एसपी के समक्ष गुहार लगाई। उन्होंने मामला बांसवाड़ा का बताकर महिला को बांसवाड़ा एसपी के पास भेजा। बांसवाड़ा एसपी ने लिखित में शिकायत मिलते ही जांच-पड़ताल करवाई। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने सभी आरोपियों की सोशल मीडिया के जरिए हुई बातचीत का रिकॉर्ड भी फाइल पर लिया है।
चार जनों को गिरफ्तार किया
यह धार्मिक उन्माद फैलाने का मामला है। उदयपुर की एक कामकाजी महिला के साथ यहां के 4 लोगों ने गलत हरकत की है। होटल मालिक, उसके जीजा सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर पाबंद कराया है। - देवीलाल मीणा, शहर कोतवाल, बांसवाड़ा