एक के बाद एक लगातार दो पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने के कारण बारिश का मौसम बना है। पहला पश्चिमी विक्षोभ 30 जनवरी की शाम को सक्रिय होकर शांत हो चुका है, लेकिन शनिवार की रात एक्टिव हुए पश्चिमी विक्षोभ के कारण रविवार को बारिश हुई। मौसम विभाग ने जिन जिलों में बारिश होने की संभावना जताई है। उनमें हाड़ोती के भी जिले शामिल हैं। मौसम विभाग का कहना है कि सर्दी का असर कम हो रहा है। इसकी वजह से सूरज का पृथ्वी की सीध में आना है। अब भारतीय भूभाग पर सूरज की सीधी किरणें पड़ रही हैं। इसके बावजूद दो पश्चिमी विक्षोभ और एक चक्रवाती हवा दबाव का तंत्र सक्रिय हो गया है। अगले 48 घंटे के दौरान मौसम में तेजी से बदलाव होगा। इससे एक बार फिर सर्दी का असर बढ़ जाएगा।
बारां जिले के मांगरोल में रविवार सुबह से ही बादल छाए रहे व सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए मौसम बदला तो दोपहर बाद तेज हवाएं चली। मामूली बूंदाबांदी हुई शाम को मूसलाधार बारिश शुरू हुई, 15 मिनट तक मूसलाधार बारिश का दौर चला। इससे फिर ठंडक महसूस की गई । भंवरगढ़ में रविवार को दिन भर आसमान में बादलों की आवाजाही जारी रही। बीच-बीच में हो रही बूंदाबांदी ने लोगों की पीड़ा को दुगना कर दिया। तेज सर्द हवाओं के कारण बार-बार पलट रहे मौसम के चलते मौसमी बीमारियां भी बढ़ने लगी हैं।
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बमोरीकलां में मौसम बदलने से रविवार सुबह से ही बूंदाबांदी का दौर चला। सुबह चार बजे से ही बूंदाबांदी हुई। दिनभर धूप की आंख मिचौली चल रही थी। इस मौसम से किसान चिंतित दिखे। गऊघाट क्षेत्र में लगातार हो रहे मौसम परिवर्तन के चलते रविवार को दिनभर बादल छाए रहे। कई जगहों पर हल्की बारिश होने से धूप नहीं निकली। सर्दी का असर बढ़ गया। गऊघाट, सकतपुर, खरखड़ा, चांदखेड़ी, बड़ौरा, बिछलास, रीछंदा में सुबह 4 बजे हल्की बारिश हुई समरानियां कस्बे सहित आसपास बूंदाबांदी से मौसम बदल गया। सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे दोपहर लगभग 2 बजे के आसपास कस्बे में हल्की बारिश हुई।
लोगों को लगा था कि अब सर्दी से राहत मिलेगी, मगर दो नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से बादलों की आवाजाही शुरू हुई और बारिश हुई। पूर्वी दिशा से हल्की हवाएं भी चल रही है। बारिश की वजह से हवाओं की नमी और पूर्व दिशा से आ रही शुष्क हवा के टकराव से कोहरे की स्थिति बनी हुई है। यही वजह है कि इस बार सर्दी का असर फरवरी तक बना हुआ है।