आयकर विभाग की इस कार्रवाई में स्थानीय आयकर विभाग के अफसरों को नहीं शामिल किया गया था। लखनऊ और दिल्ली के नंबर की गाड़ियों से इनकम टैक्स की टीम कारोबारी के घर पहुंची थी। सूत्रों के अनुसार नेतराम और इस कारोबारी का सीए एक ही है। सीए से पूछताछ के दौरान ही बरेली का लिंक मिला। जिसके बाद दिल्ली और लखनऊ की टीम रामपुर बाग़ इस स्थित ट्रांसपोर्टर के घर पहुंची और जांच शुरू कर दी। अफसरों ने एक एक कमरे की तलाशी ली। छापे के दौरान सिर्फ दो लाख रूपये की नगदी ही मिली है। नेतराम के यहाँ छापा लगते ही नगदी को हटा लेने की चर्चा है। आयकर विभाग को छापेमारी के दौरान कुछ अहम दस्तावेज मिलने की बात सामने आ रही है जिससे काले धन को सफेद करने की पुष्टि हो सकती है।