मनी प्लांट मनी प्लांट के पौधे से सभी परिचित हैं। ये पौधा घर के वातावरण को शुद्ध करने के साथ ही घर में ताजी हवा भी लाता है। मनी प्लांट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि घर हो या आँगन यह प्लांट कहीं भी आसानी से लग जाता है। साथ ही यह केवल पानी में भी लगाया जा सकता है और इसके रखरखाव के लिए ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी पड़ती है। इसे घर के अंदर व बाहर दोनों जगह ही रखा जा सकता है।
तुलसी तुलसी के पौधे का हमारे जीवन में बहुत महत्त्व है। कहते है जिस घर में तुलसी का पौधा होता है वहां पर सुख समृद्धि रहती है। तुलसी का पौधा घर के अंदर प्रदूषण कम करने का भी बहुत अच्छा श्रोत है। ये पौधा 24 में से करीब 12 घंटे ऑक्सीजन छोड़ता है। वनस्पति वैज्ञानिकों के अनुसार कार्बन मोनो ऑक्साइड, कार्बन डाई ऑक्साइड व सल्फर डाईऑक्साइड जैसी जहरीली गैस भी सोखता है। इस पौधे को आप कमरे में भी रख सकते हैं लेकिन तीन से चार दिन में इसे धूप में रखना होता है जिससे कि पौधे की पत्ती पीली होकर गिरे नहीं।
एलोवीरा एलोवीरा के पौधे में तमाम औषधीय गुण पाए जाते हैं। इसके साथ ही वायु प्रदूषण को कम करने में भी ये पौधा सहायक है।एलोवेरा कार्बनडाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड को अवशोषित करता है और ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाता है। ऐसा माना जाता है कि एलोवेरा का एक पौधा नौ एयर प्यूरीफायर के बराबर होता है।
यह भी पढ़ें– वृंदावन के निधिवन में बांके बिहारी जी का प्राकट्योत्सव, श्रद्धालु मस्ती में सरावोर राम बांस यह पौधा प्रदूषण पर दोगुनी रफ्तार से वार करता है। वातावरण में मौजूद पार्टिकुलेट मैटर पर यह तेजी से वार करने में सक्षम है। इसका रखरखाव भी बहुत आसान है।
सतावर सतावर लिलिएसी कुल का एक औषधीय गुणों वाला पौधा है। इसका पौधा अनेक शाखाओं से युक्त काँटेदार लता के रूप में एक मीटर से दो मीटर तक लम्बा होता है। ये घर के अंदर से 2.5 पीएम की मात्रा को बहुत हद तक कम कर देता है।
यह भी पढ़ें– देशी परिधानों में विदेशी भक्तों ने दिखाई गजब की कृष्ण भक्ति रखरखाव है आसान डॉक्टर आलोक खरे बताते हैं कि ये पौधे हमे बड़ी आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं और इनके रखरखाव की भी ज्यादा चिंता नहीं रहती है। एक बार पौधे को रोपने के बाद ये चलते रहते हैं। सिर्फ तुलसी के पौधे को तीन से चार दिन के भीतर धूप दिखाने की जरूरत पड़ती है।