लगातार दूसरा एसपी एपीओ ( A Man’s Death In Police Custody ) बाड़मेर में जिला पुलिस अधीक्षक के एपीओ होने का यह लगातार दूसरा मामला है। शरद चौधरी से पूर्व कार्यरत शिवराज मीणा को भी एपीओ किया गया था। उनको समदड़ी के पास कार रेसलिंग के दौरान हुए हादसे को लेकर एपीओ किया था। उससे पूर्व मनीष अग्रवाल को भी एपीओ किया था। जिसके बाद दो माह तक राहुल बारहठ एसपी रहे, जिसके बाद शिवराज मीणा आए।
थानाधिकारी निलंबित थाने के सभी पुलिसकर्मी लाइन हाजिर ( Death In Police Custody ) गौरतलब है कि बाड़मेर ग्रामीण थाना में चोरी के एक मामले में पूछताछ को लाए गए युवक की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। मामले को लेकर परिजनों व दलित संगठनों के आक्रोश के बाद पुलिस ने थानाधिकारी को निलंबित कर थाने के सभी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है।
सांसद हनुमान बेनीवाल ने की थी सस्पेंड करने की मांग इस मामले में नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी कहा था कि पुलिस की प्रताडऩा से युवक की मृत्यु का मामला बेहद दुखद है। उनका आरोप था कि थाना अधिकारी को लाइन हाजिर करके फिर से जिम्मेदार खुद को बचा रहे हैं। इस मामले में एसपी को सस्पेंड करना चाहिए।