मंगलवार को नर्मदा बचाओ आंदोलन के 36 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित जन संवाद में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करने में भी सरकार ने जो नीति तय होना था वह न करते हुए उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने का काम किया है। जनसंवाद में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व ग्रामीण शामिल हुए।
जनसंवाद में नबआं नेत्री मेधा पाटकर और योगेंद्र यादव ने अपने विचार व्यक्त किए। इस दौरान डॉ. सुनीलम, पूनम पंडित, भगतसिंह की भांजी गुरजीत कौर ने भी अपनी बात रखी। वहीं पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव भी इसमें शामिल हुए। इससे पहले कारंजा से रैली निकाली गई. इस रैली में ग्रामीण पांरपरिक वेशभूषाओं में शामिल होकर नृत्य करते हुए चल रहे थे। वहीं अतिथि व पदाधिकारी बैलगाड़ियों पर सवार थे।
मुख्य मार्गो से निकलकर यह रैली जन संवाद स्थल कृषि मंडी पहुंची। यहां जैसे ही अतिथि मंच पर पहुंचे, तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने मंच को संभालने का काफी प्रयास किया, लेकिन इस बीच पानी का वजन बढऩे से पांडाल एक ओर से गिर गया और उपस्थितजन इधर-उधर बारिश से बचने के लिए दौड़ लगाने लगे। इसके बाद अतिथि टीनशेड में पहुंचे और सभा शुरू की। हालांकि कुछ देर बाद बारिश का दौर थम गया।