अधिकारियों के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक बेमेतरा ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज पटेल, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी बेरला तेजराम पटेल, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी बेमेतरा मनोज तिर्की, थाना प्रभारी बेरला विवके पाटले, निरीक्षक भावना खंडारे, सायबर सेल प्रभारी मयंक मिश्रा, थाना प्रभारी चंदनू योगेश अग्रवाल, चैकी प्रभारी कंडरका कंवल सिंह नेताम के नेतृत्व में विशेष टीम गठित कर प्रकरण की जांच कर निराकरण के निर्देश दिए।
पहचान छुपाने के उद्देश्य से शव को जलाया घटनास्थल के प्रारंभिक अवलोकन में पाया गया कि जला हुआ शव किसी महिला का है। घटना कारित करने वाले आरोपी द्वारा मृतका की पहचान छुपाने के आशय से हत्या कर शव को जला दिया है। मौके पर प्रारंभिक मर्ग पंचनामा कार्रवाई के दौरान मृतिका के शव के दाहिने हाथ में एक चांदी की अंगुठी मिली जिसमें एस लिखा हुआ था, दोनो पैर में मोजा पहनी हुई थी, शव के समीप आर्टिफिशियल बाली, एक लाल रंग के फ्रेम वाला चश्मा प्राप्त हुआ। इसी आधार पर शव की शिनाख्त का प्रयास किया जाने लगा।
दुपट्टे से गला दबाकर की पत्नी की हत्या आरोपी सतीश घटना दिनांक 17 जनवरी को अपनी पत्नी को मिलने बुलाया था। मुलाकात होने पर सतीश मृतिका को स्कूटी में बैठाकर रायपुर एवं आस-पास के अलग-अलग जगहों पर घुमाता रहा। घटना स्थल ग्राम नेवनारा के पास कच्चे रास्ते में लेकर गया। वहां मृतिका को उसी के दुपटटे से गला घोटकर एवं पेचकस से गले एवं छाती में वार करके हत्या कर दिया। पहचान छुपाने के उद्देश्य से पेट्रोल डालकर मृत शरीर को जला दिया।
शादी के बाद मृतका ने अपना धर्म बदला परिजनों ने बताया कि रूबीना की शादी सतीश से हुई थी। तब उसने अपना नाम बदलकर सोनिया रख लिया था। दोनो के दो बच्चे है, जो वर्तमान मे अपने दादा-दादी के पास जिंद हरियाणा में रह रहे है। सतीश हमेशा अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह के करता था। आए दिन घर में सोनिया के साथ मारपीट व वाद विवाद किया करता था। जिससे तंग आकर सोनिया सतीश से अलग होकर हीरापुर में किराये का मकान लेकर रहती थी और पास ही के हाटल में काम कर अपना आजीविका चलाती थी।
रायपुर में हुई आरोपी की गिरफ्तारी आरोपी के गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक बेमेतरा द्वारा विशेष टीम गठित कर जिंद हरियाणा रवाना की गई। किन्तु टीम को वहां सतीश नहीं मिला। पता चला कि सतीश लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था। सूचना मिली कि सतीश भागकर फिर से रायपुर आ गया है। शुक्रवार को दबिश देकर सतीश को रायपुर से हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर अपनी पत्नी की हत्या कर लाश को जलाना स्वीकार किया।
साइबर सेल की मदद से सुलझा मामला, हजारों नंबर खंगाले सायबर सेल बेमेतरा की टेक्निकल टीम लगातार हजारों मोबाइल नम्बरो का विश्लेषण कर रही थी। इस दौरान कुछ संदिग्ध मोबाइल नंबर प्राप्त हुए। जिसमें से एक नम्बर मौदहापारा रायपुर निवासी सोनिया पति सतीश के नाम पर था। मोबाइल धारक के संबंध में अग्रिम पतासाजी करते हुए पुलिस टीम हीरापुर रायपुर पहुंची। जहां घटना से पूर्व मृतिका जिस मकान में निवास करती थी। वहां निवासरत लोगो को घटना स्थल से बरामद वस्तुएं दिखाने पर मृतका की पहचान सोनिया उर्फ रूबीना रूप में की गई।
जांच के लिए चार अलग-अलग टीमों का गठन मृतिका की पहचान के लिए, पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर 04 पृथक-पृथक टीम गठित कर घटना स्थल से बरामद पहचान योग्य वस्तुओं का समावेश करते हुए पाम्पलेट वितरण किया गया। जिसमें मुख्य रूप से जिला बेमेतरा, दुर्ग, रायपुर, सिलतरा, थाना आमानाका, बलौदाबाजार क्षेत्र के थानों में सम्पर्क कर आम जनता को पाम्पलेट चस्पा कर मृतका की पहचान का प्रयास किया गया। मृतका की पहंचान बताने वाले व्यक्ति के लिए 10 हजार रुपए नगद पुरस्कार की घोषणा की गई थी।