पढ़े, कार्रवाई से क्यों मचा हड़कंप, दूध, दही और पनीर लिए जा रहे सेम्पल
जिला खाद्य एवं औषधी प्रशासन विभाग द्वारा शनिवार को बैतूल शहर में विभिन्न दुकानों पर खाद्य पदार्थों की जांच करते हुए चार दुकानों से दूध, दही, पनीर के सेम्पल लिए हैं।
बैतूल। जिला खाद्य एवं औषधी प्रशासन विभाग द्वारा शनिवार को बैतूल शहर में विभिन्न दुकानों पर खाद्य पदार्थों की जांच करते हुए चार दुकानों से दूध, दही, पनीर के सेम्पल लिए हैं। जांच निरीक्षक संदीप पाटिल ने बताया कि आज कोठीबाजार एवं गंज क्षेत्र में दुकानों का निरीक्षण किया गया। दूध के दो, पनीर एवं दही के एक-एक सेम्पल लिए गए हैं। सेम्पल को सील बंद कर जांच के लिए भोपाल प्रयोगशाला में भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि शासन के निर्देशानुसार सेम्पल लिए जाने की कार्रवाई आगामी दिनों में भी जारी रहेगी। रविवार को कोठीबाजार के साप्ताहिक बाजार में मावे के सेम्पल लिए जाएंगे। पाटिल ने बताया कि इसके पहले भी खाद्य पदार्थों के सेम्पल लिए जाकर जांच के लिए भोपाल भेजे गए हैं लेकिन अभी तक जांच रिपोर्ट नहीं आई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मामले में आगे कोई कार्रवाई हो पाएगी।
मिलावटखोरों पर रासुका और जिला बदर की कार्यवाही होगी
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसी राम सिलावट ने कहा है कि दूध और दूध से बने पदार्थों और अन्य खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी बेखौफ होकर मिलावटखोर व्यापारियों पर कार्यवाही करें। आवश्यक होने पर रासुका और जिला बदर की कार्यवाही की जाए, जिससे लोग मिलावट करने से डरें। सिलावट ने कहा कि मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने वाले अधिकारियों/कर्मचारियों को संरक्षण दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि देश में यह संदेश जाना चाहिए कि मध्यप्रदेश में मिलावट के खिलाफ अभियान प्रभावी रहा। सिलावट शुक्रवार को मंत्रालय में मुख्य सचिव सुधि रजंन मोहन्ती की अध्यक्षता में आयोजित वीडियो कांफ्रेंस को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्य सचिव मोहन्ती ने कहा कि मिलावट की बुराई को खत्म किया जाये, नहीं तो यह हमारी आने वाली पीढ़ी को प्रभावित करेगी। उन्होंने निर्देश दिए कि मिलावट के खिलाफ लगातार कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। जिला मुख्यालय के साथ तहसील, विकासखण्ड सहित सभी कस्बों में खादय् सामग्री के नमूने लेकर परीक्षण कराया जाये। मिलावटी सामग्री का परिवहन करने वाले वाहन मालिकों के विरूद्ध भी कार्यवाही की जाये। मुख्य सचिव मोहन्ती ने सभी कलेक्टर्स और पुलिस अधीक्षक सहित नगरीय निकाय एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को मिलावट करने वालों के विरूद्ध सक्रिय रहने और परस्पर समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रभावी सूचना तंत्र विकसित करें और दूध, मावा और दूध से बने अन्य पदार्थों तथा तेल के लगातार सेम्पल लिये जायें तथा कार्यवाही नामजद हो। मिलावट में लिप्त संस्थानों के मालिकों के विरूद्ध प्रकरण पंजीबद्ध किये जायें। मोहन्ती ने कहा कि मिलावट देशद्रोह-राजद्रोह जैसा अपराध है। इसके विरूद्ध कार्यवाही भी उतनी ही कड़ी होनी चाहिए। मुख्य सचिव ने सतना, राजगढ़, बड़वानी, सागर, कटनी सहित अन्य जिलों से मिलावट के विरूद्ध की गई कार्यवाही की जानकारी प्राप्त की। वीडियो कांफ्रेंस में जिला अधिकारियों से मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाओं की भी जानकारी ली गई।
Hindi News / Betul / पढ़े, कार्रवाई से क्यों मचा हड़कंप, दूध, दही और पनीर लिए जा रहे सेम्पल