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भरतपुर

लॉकडाउन: अब पालना जरूरी, मजबूरी के पलायन पर भी रोक

1. उत्तरप्रदेश प्रशासन ने किया श्रमिकों को सीमा में लेने से इंकार2. सरकारी स्कूलों में ही की बाहर से लोगों को रहने की व्यवस्था3. रोडवेज बस चालक व श्रमिकों के बीच भी हुआ जमकर विवाद4. अधिकारियों से उलझ पड़े 400 किमी का पैदल चलकर आए लोग

भरतपुरMar 30, 2020 / 07:13 pm

Meghshyam Parashar

लॉकडाउन: अब पालना जरूरी, मजबूरी के पलायन पर भी रोक

लॉकडाउन: अब पालना जरूरी, मजबूरी के पलायन पर भी रोक

भरतपुर. कोरोना के संक्रमण ने मजदूरों को बेरोजगारी के कगार पर खड़ा कर दिया है। दूर प्रदेशों में आजीविका कमाकर जीवन-यापन करने वाले श्रमिक अब कैसे भी अपने घर पहुंचना चाहते हैं। इनकी स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने रोडवेज प्रबंधन को राजस्थान के सभी जिलों में फंसे श्रमिकों को उत्तर प्रदेश सीमा तक छोडऩे के आदेश दिए थे, लेकिन भरतपुर में राजस्थान-उत्तर प्रदेश आगरा सीमा पर ऊंचा नगला और मथुरा सीमा के पास रारह बोर्डर पर दोनों प्रदेशों के पुलिस व अधिकारियों के बीच छोडऩे और न छोडऩे को लेकर रार पैदा हो गई। इसलिए सरकार के आदेश पर रोडवेज प्रबंधन ने बसों के संचालन पर रोक लगा दी। अब राज्य से यूपी बोर्डर तक किसी बस का संचालन आगामी आदेश तक नहीं होगा। वैसे बीते दो दिन में दो सौ बसों से 18 हजार से अधिक लोगों को बोर्डर तक पहुंचाया है। लेकिन, अब यह व्यवस्था बंद कर दी है। बता दें कि रविवार देर शाम यूपी के प्रशासन ने श्रमिकों को अपनी सीमा में प्रवेश से इंकार कर दिया। इससे एक बार विवाद की स्थिति बन गई। क्योंकि पलायन करने वाले श्रमिकों में सबसे ज्यादा यूपी, महाराष्ट्र व बिहार के ही हैं।
शहर में छिपे श्रमिकों की तलाश में देर रात तक जुटे रहे अफसर

भरतपुर डिपो के मुख्य प्रबंधक अवेधश शर्मा, प्रबंधक प्रशासन राजेंद्र शर्मा, नीरज दाहिना व राकेश सैनी का कहना है कि उन्होंने रात भर बसों के संचालन की व्यवस्थाएं देखीं। उन्होंने बताया कि बीते रविवार शाम छह बजे से सोमवार सुबह सात बजे तक जयपुर से 25 लो फ्लोर, 60 बसें राज्य के अन्य डिपो की संचालित हुई थी इनसे 7.5 हजार लोगों को ऊंचा नगला व रारह बोर्डर पर छोड़ा गया। लेकिन, यूपी के पुलिस व अधिकारियों ने इन्हें यूपी सीमा में घुसने से रोक दिया। कहा कि वापस ले जाओ, यहां संक्रमण नहीं फैलाना है। इसके बाद सोमवार को दोपहर से लेकर देर रात तक अधिकारी शहर में घूमते रहे। क्योंकि बड़ी संख्या में लोग शहर में भी घुस गए हैं।
यूपी पुलिस ने सीमा में घुसे लोगों को खदेड़ा

उधर, सीमा पर यूपी पुलिस ने वहां की सीमा में घुसे लोगों को खदेडऩा शुरू कर दिया। लोग इधर-उधर भागे और लोगों ने खेतों में होकर अपने घरों की ओर दौड़ लगाई। भरतपुर के पुलिस व यहां के प्रशासन ने एतराज किया तो इस पर दोनों राज्यों के अधिकारियों के बीच बहस हो गई। इस पर राजस्थान रोडवेज प्रबंधन ने सोमवार सुबह आठ बजे बसों के संचालन पर रोक लगा दी। वहीं भरतपुर डिपो की 25 बसों से ऊंचा नगला से करीब दो हजार लोगों को रवाना किया गया। ये सभी लोग मध्यप्रदेश के मुरैना, ग्वालियर, डबरा, झांसी आदि स्थानों पर गए।
इधर, लॉकडाउन में बिना अनुमति आने पर बैंक प्रबंधक गिरफ्तार

नदबई. लॉक डाउन में बिना अनुमति जयपुर से लौटने पर स्थानीय एक्सिस बैंक प्रबंधक अभिषेक माथुर को एसडीएम के निर्देश पर पुलिस ने शांतिभंग के मामले में गिरफ्तार किया है। एसडीएम विनोद मीणा के अनुसार बैंक प्रबंधक जयपुर से लौट रहा था। वे खेडली पुलिस चौकी पर चकमा देकर निकलने में सफल हो गया। बाद में भुसावर एसडीएम की सूचना पर बैंक प्रबंधक को गिरफ्तार किया गया।
राज्य स्तरीय दवा आपूर्ति नियंत्रण कक्ष स्थापित

भरतपुर. राज्य स्तरीय दवा आपूर्ति नियंत्रण कक्ष स्थापित कर मरीजों को उनके घरों पर ही दवाइयां वितरित करने की व्यवस्था की गई है। अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य रोहित कुमार सिंह ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन तथा संयुक्त राष्ट्र की ओर से कोरोना वायरस कोविड.19 संक्रमण को महामारी घोषित करने तथा इसके बचाव एवं रोकथाम के लिए व्यापक लोक हित में आमजन को आवश्यक चीजों की आपूर्ति भी उनके घर पर ही करने की व्यवस्था की गई है। इसी क्रम में नियमित रूप से दवा लेने वाले मरीजों को होने वाली समस्या के समाधान के लिए एक राज्य स्तरीय दवा आपूर्ति नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। यह नियंत्रण कक्ष सुबह 9.30 बजे से शाम छह बजे तक कार्य करेगा। उन्होंने बताया कि दवा की आपूर्ति के लिए मरीज दवा आपूर्ति नियंत्रण कक्ष के सम्पर्क नंबर 0141-2228600 पर सम्पर्क करने पर नियंत्रण कक्ष की ओर से मरीज को उसके निवास के निकटतम दवा की दुकान फर्म का मोबाइल नंबर, व्हाट्सएप नम्बर उपलब्ध कराया जाएगा। मरीज की चाही गई दवा का पर्चा उस दवा विक्रेता को व्हाट्सएप पर भेजा जाएगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि इस नियंत्रण कक्ष के लिए सहायक औषधि राजकुमार छीपा 9462690790 को प्रभारी अधिकारी बनाया गया है।

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