वर्ष 1998 व 2008 में इन्हें हार का सामना करना पड़ा लेकिन वे क्षेत्र मे सक्रिय रहे। अब तक सात बार चुनाव लड़ा इसमें चार बार जीत मिली। वे खनिज, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री रहे। इनकी पत्नी अभी सुवाणा पंचायत समिति की प्रधान है। मांडल से इनके ही कभी दाएं हाथ रहे किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष उदयलाल भडाना, रामेश्वर जाट, मणिराजसिंह, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष नंदलाल गुर्जर टिकट मांग रहे थे। गुर्जर को टिकट मिलने पर पार्टी के ही भडाणा ने विरोध किया है। वे संभवतया इनके सामने चुनाव भी लड़ सकते हैं। गुर्जर के घर रात को भीड़ लग गई।