
भिवाड़ी. मजूदर कॉलोनियों के सेप्टिक टैंक से निकले अपशिष्ट को ट्रैक्टर-टैंकर खुले में बहाते हैं। इस मामले को लेकर प्रशासन एक बार फिर सख्ती करते नजर आ रहा है। उक्त मसले पर पहले भी कई बार कार्रवाई हुई हैं लेकिन समस्या का निस्तारण नहीं हो सका। क्योंकि संबंधित विभाग इस मामले को लेकर ट्रैक्टर-टैंकर संचालकों को समझायश नहीं कर सके। करीब छह महीने पहले नगर परिषद ने आठ ट्रैक्टर-टैंकर संचालकों को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) में अपशिष्ट खाली करने का लाइसेंस दिया। इन लाइसेंस वाले संचालकों ने एसटीपी में अपशिष्ट के कितने टैंकर खाली किए इसका रिकॉर्ड ही उपलब्ध नहीं है। छह महीने पहले बायपास पर जलभराव के समय जब खुले में अपशिष्ट छोडऩे का मामला उछला तब कागजी कार्रवाई की गई। उस कार्रवाई को सफल बनाने के प्रयास नहीं हुए।
डीजल बचाने नहीं पहुंचे एसटीपी
घरेलू औद्योगिक अपशिष्ट खुले में छोडऩे वाले ट्रैक्टर-टैंकर का डाटा जुटाया गया है। उनके साथ बैठक कर समझायश की गई है। खुले में छोड़ते मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एसएस खोरिया, जीएम, डीआईसी
Published on:
17 May 2024 07:30 pm
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