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ऊंचाई पर आग बुझाने वाला हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म हुआ खराब

तीन महीने से नहीं ली सुध, स्टाफ के वेतन पर खर्च हो रहे लाखों

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भिवाड़ी. फिनलैंड से 15 करोड़ में खरीदा गया हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म सफेद हाथी बना खड़ा है। इस मशीन से 60 मीटर ऊंचाई तक आग बुझाई जा सकती है लेकिन सेंसर में खराबी आने की वजह से इतनी महंगी मशीन कबाड़ जैसी स्थिति में खड़ी है। दो साल का गारंटी अवधि निकलने के बाद प्लेटफॉर्म के सेंसर खराब हुए हैं, जिसे बदलने के लिए करीब 16 लाख रुपए की लागत आएगी। सेंसर फिनलैंड से ही आएंगे। नगर परिषद की फायर शाखा को यह मशीन 23 नबंवर 2023 को डीएलबी ने दी थी। एक तरफ मशीन खराब पड़ी है, वहीं इसके रखरखाव एवं संचालन पर लाखों रुपए महीने का खर्च हो रहा है। डीएलबी और ब्रजवासी फर्म के बीच में पांच साल का एमओयू हुआ है। इसमें आपूर्ति फर्म मशीन को पांच साल तक ऑपरेट करेगी। फर्म के छह कर्मचारी अग्निशमन कार्यालय पर शिफ्ट में तैनात रहेंगे। नगर परिषद की ओर से आपूर्ति फर्म को प्रति वर्ष करीब 24 लाख रुपए का भुगतान किया जाता है। अगर इस दौरान किसी बहुमंजिला इमारत में आग लग जाए तो उसे बुझाने के लिए जरूरी मशीन होते हुए भी उसका उपयोग नहीं हो सकेगा क्योंकि मशीन तीन महीने से खराब पड़ी है। औद्योगिक क्षेत्र की सैकड़ों बहुमंजिला इमारत और पांच हजार इकाइयों में आग बुझाने के लिए नगर परिषद की अग्निशमन शाखा को 60 मीटर ऊंचा हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म मिला था। इंडस्ट्रियल क्षेत्र में आग की घटना होने पर थोड़ी ही देर में स्थिति बेकाबू हो जाती है। रीको प्रथम शाखा की चार, द्वितीय शाखा की चार और नगर परिषद की दो फायर वाहन आग पर काबू पाते हैं। आग को बढ़ता देख निजी कंपनियों में रखे फायर टेंडर, आसपास के इंडस्ट्रियल क्षेत्र और हरियाणा के फायर सेंटर से दमकल वाहनों को बुलाना पड़ता है। जबकि ऊंचाई पर आग लगने की स्थिति में स्थिति नियंत्रण में नहीं होती। ऐसी स्थिति में अभी तक गुरुग्राम से हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म लैडर मंगाना पड़ता है, जिसके यहां तक पहुंचने में काफी देर हो जाती है। क्षेत्र में हर साल 200 से अधिक आग की घटनाएं होती हैं जिनमें बड़ी तादाद में नुकसान होता है। फिलहाल आग लगने पर अलवर से हाइड्रोलिक लैटर मंगाना पड़ेगा।