एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने राजीव गांधी प्रौद्योगिकी यूनिवर्सिटी के भ्रष्टाचार RGPV corruption case को लेकर मुख्यमंत्री निवास CM residence पर प्रदर्शन किया। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने ABVP protests ने आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की। एबीवीपी ने पुलिस कमिश्नर पर संगीन इल्जाम लगाते हुए उन्हें हटाने की भी मांग की। कार्यकर्ताओं का कहना है कि राजनीतिक दबाव के कारण आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है।
एबीवीपी पदाधिकारियों ने कहा कि करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार के इस मामले में 3 मार्च को केस दर्ज हुआ था। एक माह से ज्यादा वक्त गुजर गया लेकिन अभी तक आरोपी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सके हैं।
19.48 करोड़ का घोटाला
आरजीपीवी में 19.48 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ। भ्रष्टाचार के इस केस में पुलिस ने पांच आरोपियों पर एफआईआर दर्ज की। पूर्व कुलपति प्रो. सुनील कुमार, पूर्व रजिस्ट्रार आरएस राजपूत और सेवानिवृत्त फाइनेंस अधिकारी ऋषिकेश वर्मा फरार चल रहे हैं। इन तीनों को भोपाल पुलिस ने भगोड़ा घोषित किया है। तीनों पर यूनिवर्सिटी के करोड़ों रुपए निजी खातों में ट्रांसफर करने का आरोप है। तीनों आरोपियों के विदेश भागने की आशंका है। इसके लिए लुक आउट नोटिस जारी करने की प्रक्रिया भी चल रही है।
ABVP के कार्यकर्ता रविवार को मुख्यमंत्री निवास पहुंचे और बाहर ही प्रदर्शन किया। भोपाल पुलिस कमिश्नर के खिलाफ नारेबाजी की। आरोप लगाया कि इतने लंबे समय तक गिरफ्तार नहीं करके आरोपियों को साक्ष्य मिटाने का समय दिया जा रहा है। भोपाल पुलिस कमिश्नर उचित कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने उन्हें हटाने के लिए निर्वाचन आयोग जाने की भी बात कही।