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पीएमटी घोटाले के 3 आरोपियों की अग्रिम जमानत याचिका खारिज

एसटीएफ ने बयान के लिए बुलाया तो शिकायतकर्ता बोले पहले सुरक्षा दो, फिर बयान दूंगा  

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भोपाल/ स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ)ने हाल ही में पीएमटी घोटाले के 9 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इनमें से 3 आरोपियों ने अग्रिम जमानत याचिका लगाई, लेकिन नीचली अदालत ने तीनों की याचिका खारिज कर दी। एसटीएफ के विरोध पत्र के आधार पर अदालत ने तीनों को जमानत देने से इंकार कर दिया। एसटीएफ ने अन्य 6 आरोपियों सहित आरक्षक भर्ती घोटाले के एक अन्य आरोपी को भी जमानत न मिले इसके लिए विरोध पत्र तैयार कर रखा है।

जैसे ही यदि कोई आरोपी कोर्ट में अग्रिम याचिका आवेदन लगाता है तो एसटीएफ तीनों आरोपियों की याचिका खारिज होने का हवाला देते हुए आरोप पत्र दाखिल करेगा ताकि किसी को भी जमानत नहीं मिल सके। एसटीएफ ने अलग-अलत तिथियों में तीन एफआईआर दर्ज कर कुल 10 आरोपी बनाए हैं। लेकिन अभी गिरफ्तारी किसी की नहीं की गई है। एसटीएफ एसपी राजेश सिंह भदौरिया का कहना है कि आरोपी अपने बचाव में नीचली अदालत में अग्रिम जमानत याचिकाएं लगा रहे हैं।

इसका विरोध हमने किया है। नीचली अदालत से जमानत याचिका नामंजूर हो गई, लेकिन एसटीएफ को आशंका है कि हाई कोर्ट में भी कुछ आरोपी अग्रिम जमानत के लिए जा सकते हैं। इसलिए एसटीएफ ने हाई कोर्ट में भी विरोध पत्र देने की तैयारी कर रखी है।

ये तीन आरोपी पहुंचे कोर्ट, नहीं मिली जमानत

1. सीताराम शर्मा, पीएमटी परीक्षा 2009 ने फर्जी मूल निवासी प्रमाण पत्र के आधार पर सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेकर पढ़ाई की है।

2. हितेश अलावा ने पीएमटी परीक्षा 2009 में स्कोरर के जरिए परीक्षा पास कर सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया है। एसटीएफ की जांच में अलावा का फोटो मिसमेच होने के साथ ही अन्य आर्थिक गड़बडिय़ां भी सामने आई है।
3. दिवाशीष विश्वास ने पीएमटी- 2007 में फर्जी मूल निवासी प्रमाण पत्र लगाकर प्रवेश लिया। इससे दिवाशीष को राज्य कोटे में आसानी से प्रवेश मिल गया।

एसटीएफ ने बयान के लिए बुलाया तो शिकायतकर्ता बोले पहले सुरक्षा दो, फिर बयान दूंगा

व्यापमं घोटाले के 197 प्रकरणों की फिर से जांच कर रही एसटीएफ ने एक शिकायतकर्ता को बयान के लिए बुलाया तो शिकायतकर्ता ने बयान देने से पहले एसटीएफ को कहा कि पहले सुरक्षा मुहैया कराएं फिर बयान दूंगा। दरअसल शिकायतकर्ता कुंवर एमए ताजवर ने 2012 में राज्यपाल को शिकायत की थी कि व्यापमं मामले की जांच करवाई जाए। इस पर राज्यपाल/राजभवन ने एसटीएफ को जांच के लिए लिखा।

लेकिन तब से ही यह शिकायतें लंबित थी। अब फिर से 197 प्रकरणों की जांच शुरु हुई तो इस मामले में एसटीएफ ने ताजवर को भी बयान के लिए बुलाया। इस पर ताजवर ने एसटीएफ को बयान देने से पहले आत्म रक्षा के लिए सुरक्षा गार्ड और परिवार वालों को सुरक्षा उपलब्ध करवाने के लिए कह दिया। उनका कहना है कि व्यापमं मामले में कई मौतें हो चुकी हैं और मुझे खतरा बना हुआ है, इसलिए पहले सुरक्षा की व्यवस्था की जाए, इसके बाद बयान दिया जाएगा।