मध्यप्रदेश में मानसून प्रभावी रूप से सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग ने 26 जिलों में भारी और भारी से भी अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी। इसका असर 48 घंटों के दौरान देखने को मिलेगा।
यहां हो सकती है भारी बारिश
मंगलवार को जारी ताजा अपडेट के मुताबिक अनूपपुर, डिंडोरी, उमरिया, रीवा, सतना, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, सागर, दमोह, सीहोर, हरदा, बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। यह चेतावनी 4 जुलाई सुबह तक रहेगी।
उत्तर भारत की और बढ़ा मानसून
दक्षिण पश्चिम मानसून देश के कुछ और भागों में आगे बढ़ गया है, जिसमें पूर्वी राजस्थान के कुछ भाग मध्य प्रदेश का अधिकांश भाग, छत्तीसगढ़ का शेष भाग, उत्तर प्रदेश के कुछ और भाग, उत्तराखंड के अधिकांश भाग, हिमाचल प्रदेश के कुछ भाग एवं जम्मू कश्मीर के कुछ भाग शामिल हैं।
अगले दो-तीन दिनों में उत्तरी अरब सागर गुजरात मध्य प्रदेश राजस्थान के कुछ भाग हिमाचल प्रदेश उत्तर प्रदेश हरियाणा का कुछ भाग चंडीगढ़ दिल्ली और उत्तराखंड के शेष भाग में दक्षिण पश्चिम मानसून आगे बढ़ने की संभावना है।
दूसरा दक्षिणी गुजरात और उससे आसपास हवा के ऊपरी भाग में 2.1 से 5.8 किलोमीटर के बीच चक्रवाती हवा का घेरा बना है।
तीसरा मध्य उत्तर प्रदेश के दक्षिण भाग में 1.5 किलोमीटर तक हवा के ऊपरी भाग में चक्रवाती हवा का घेरा बना है।
चौथा दक्षिणी पंजाब से बंगाल की खाड़ी तक समुद्री सतह के ऊपर एक ट्रफ लाइन जा रही है, जो हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश से होकर गुजर रही है।
मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान शहडोल संभाग के जिलों में अधिकांश स्थानों पर, जबलपुर, रीवा, सागर संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर, भोपाल, होशंगाबाद संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर कहं-कहीं बारिश हुई। केवलारी में 7, मलाजखंड, कोतमा, अमरकंटक में 5, रायसेन, खिरकिया में 4, सिवनी, नरसिंहपुर, सतना, जैठारी पुष्पराजगढ़, मंदसौर में 3-3 सेमी बारिश दर्ज की गई।