
भोपाल। भोपाल की जेल से आतंकिेयों के अलावा भी कई बार लोग फरार होने की कोशिश कर चुके हैं। जिसे देखते हुए भले ही जेल में चौकसी बढ़ा दी गई हो, लेकिन आतंकियों को छोड़कर कैदियों की चौकसी पर अब तक कोई ज्यादा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वहीं अस्पताल में आने वाले कैदियों पर निगाह बनाए रखने व उनकी चौकसी को लेकर पुलिस अभी भी लापरवाह बनी हुई है, जिसके चलते रविवार को सुबह एक महिला कैदी अस्पताल से फरार हो गई।
जानकारी के अनुसार सुल्तानिया जनाना अस्पताल मे भतीॅ एक महिला कैदी फरार रविवार को फरार हो गई। इस पूरे मामले में जेल प्रशासन की भारी लापरवाही उजागर हुई है। महिला कैदी ब्लड की बीमारी को लेकर अस्पताल में भतीॅ हुई थी। जो आज सुबह अस्पताल से फरार हो गई।
पुलिस के लिए बनी सिरदर्द:
महिला कैदी के फरार होने की जानकारी मिलते ही पूरे शहर में पुलिस सक्रिय हो गई। इस दौरान उसकी जगह—जगह खोज की जा रही है, लेकिन वह अब तक पुलिस के हाथ नहीं चढ़ी है।
इससे पहले भी पिछले वर्ष भोपाल सेंट्रल जेल से सिमी के आठ आतंकी फरार हो गए थे, जिन्हें बाद में पुलिस ने एक मुठभेड़ में मार गिराया था। आतंकी राजधानी के पास ही एक गांव में छूपे हुए थे।
पहले भी कर चुके हैं कोशिश:
इससे पहले राजगढ़ के जिला अस्पताल से भी कथित हार्टअटैक की बीमारी के चलते अवैध शराब की बड़ी फैक्ट्री चलाने का आरोप में गिरफ्तार कैदी रात में जिला अस्पताल से फरार हो गया। कैदी की सुरक्षा में चार पुलिसकर्मी थे, लेकिन जिस समय वह भाग, उस दौरान एक भी पुलिसकर्मी वहां मौजूद नहीं था।
इस घटना के बाद से जेल प्रशासन, जिला अस्पताल प्रबंधन और पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। शराब तस्करी के आरोपी को 19 जून को माचलपुर पुलिस ने हिरासत में लिया था। उसे जिला जेल में रखा गया था। इसके बाद 18 जुलाई को छाती में दर्द की शिकायत के बाद उसे जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने प्रारंभिक जांच के बाद उसे माइनर अटैक होने के लक्षणों के चलते भर्ती कर लिया। 20 जुलाई यानी बुधवार की रात आरोपी कालूराम पाटीदार बेखौफ जिला अस्पताल के कैदी वार्ड से फरार हो गया।
Published on:
29 Oct 2017 02:23 pm
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