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जेल में काउंसलर ने पूछा तुम्हें अफसोस नहीं, तो सिरफिरे दिया ऐसा जवाब…

locationभोपालPublished: Jul 17, 2018 07:42:51 am

डॉक्टरों ने 20 मिनट तक की काउंसिलिंग…

sirfira aashik

सिरफिरा आशिक

भोपाल. मिसरोद थाना क्षेत्र में मॉडल को 12 घंटे तक बंधक बनाकर रखने वाले सिरफिरे को न तो अपनी गलती पर पछतावा है और न ही वह अपने किए पर शर्मिंदा है। उसे इस बात की खुशी है कि इस घटना के बाद वह फेमस हो गया है। ये सारी बातें काउंसिलिंग में सामने आई हैं
। जेल में आरोपी की करीब 20 मिनट तक डॉक्टरों ने काउंसिलिंग की। डॉक्टर ने जब उससे पूछा कि तुमने 12 घंटे तक युवती को कैद रखा। परिवार के लोगों को कितनी परेशानी हुई। तुम्हें इस बात पर अफसोस नहीं हुआ। इस पर सिरफिरा हंसकर बोला कि साहब अफसोस किस बात का, मैं तो इसी बहाने पूरे देश में फेमस हो गया।
हर टीवी चैनल पर मुझे दिखाया गया और अखबार में मेरी फोटो छपी। इसके बाद डॉक्टर ने आरोपी की मानसिक स्थिति को चेक किया। जेल उपअधीक्षक प्रियदर्शन श्रीवास्तव ने बताया कि काउंसलिंग में मानसिक रूप से वह ठीक था। उसने डॉक्टर से कहा कि मुझे देख कर उसकी मां चिल्ला रही थी। खुद की सुरक्षा के लिए मैंने ये सब किया। मैंने जो किया वो सही किया, मुझे बिलकुल भी अफसोस नहीं है।
जेल में कोठरी देख ठंडे पड़ गए तेवर

आरोपी को पुलिस ने रविवार को जेल भेज दिया। 12 घंटे तक भोपाल की पुलिस को छकाने वाले आरोपी ने जब जेल की कोठरी देखी तो उसके तेवर ठंडे पड़ गए। काउंसलिंग तक वो ठीक था, लेकिन जैसे ही उसे अंदर ले जाया गया। उसने न ही किसी से बात की और न कोई चहलकदमी। हर बार वह जेलर और अन्य कैदियों से यही कहता रहा कि एसपी साहब ने मेरे साथ धोखा किया।
अब भी दहशत में युवती…

जिस युवती को युवक ने बंधक बनाया था, वो काफी डरी हुई है। हालांकि पहले से उसकी हालत ठीक है। अभी डॉक्टर उसे अस्पताल में दो दिन और रखेंगे। मॉडल घटना के तीन दिन बाद भी उस भयावह मंजर को नहीं भूली है। घटना को याद कर वह रो पड़ती है।
उसने बताया कि जिंदगी का वह सबसे खौफनाक मंजर था। जब दो घंटे कैद के हो गए तब मुझे घबराहट होने लगी। मैंने कई बार बेहोशी की एक्टिंग भी की, शायद वह मुझे छोड़ दे। दिन जैसे-जैसे ढलता गया, मेरी हालत और बिगड़ती चली गई।
नंबर ब्लॉक किया तो फेसबुक पर बात करने की कोशिश
युवती ने बताया कि मैंने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया था। इसके बाद वह फेसबुक पर बात करने की कोशिश करता था। घटना की रात भी उसने फेसबुक पर मैसेज किया था। पुलिस ने आरोपी का मोबाइल जब्त कर लिया है। पुलिस ने अभी तक कॉल डिटेल नहीं निकाली है। मिसरोद थाना प्रभारी संजीव चौकसे ने बताया कि कॉल डिटेल निकाल रहे हैं। पड़ताल जारी है।
जेल पहुंचते ही उतर गया आशिकी का भूत, हाथ जोडकऱ कहा साहब मैं रोहित…
मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में खुद को कास्टिंग असिस्टेंट डायरेक्टर बताने वाला सिरफिरा आशिक रोहित सिंह अब भोपाल सेंट्रल जेल में कैदी नंबर 2140 नाम से जाना जा रहा है। उसे एक दिन पहले न्यायालय के आदेश पर जेल भेजा गया था। जेल दाखिल होते ही उसके सिर से आशिकी का भूत उतर गया और सामान्य पूछताछ के दौरान हाथ जोडकऱ कहा साहब मैं रोहित सिंह।
गुमसुम रहा, करवटें बदलकर गुजारी रात
जेल सूत्रों के मुताबिक रोहित सिंह को रविवार शाम जेल दाखिल कराया गया। जेल दाखिल और जेल की रूटीन कार्रवाई प्रक्रिया के बाद उसे दो कंबल, एक दरी और एक चद्दर दिया गया। खाने के लिए एक थाली, एक गिलास और एक कटोरी दी गई।
शाम को उसने हल्का-फुल्का खाना और दरी बिछाकर सो गया। लेकिन उसके साथ सोए बंदी उसकी करतूतें देखते रहे। वह गुमसुम रहा, लेकिन बैचेनी और करवटें बदल-बदल कर उसने रात गुजारी।

एक सप्ताह बाद मिलेगी बैरक
जेल दाखिल के बाद उसे रिशेप्सन यूनिट सामान्य कैदियों के साथ रखा गया। फिलहाल एक सप्ताह तक वह सामान्य कैदियों के साथ ही रिशेप्सन यूनिट में ही गुजारेगा, उसके बाद उसे बैरक में दाखिल किया जाएगा।
उल्लेखनीय हो कि शुक्रवार सुबह मिसरोद थाना क्षेत्र के फॉरच्यून डिवाइन सिटी में सिरफिरे रोहित सिंह ने विभा नाम की एक मॉडल को बंधक बना लिया था। रोहित सिंह की इस करतूत ने शहर के हर बाशिंदे को चौंका दिया। दिनभर लोगों की भीड़ लगी रही। पुलिस भी दिनभर उससे बाहर निकलने की मिन्नतें करती रही, क्योंकि कमरे में बंधक बनी विभा की जिंदगी का सवाल था। रोहित सिंह के खिलाफ गंभीर धाराओं में दो अलग-अलग प्रकरण दर्ज किए गए हैं।

जेल दाखिल के बाद उसका व्यवहार सामान्य रहा। उसने कोई डिमांड नहीं रखी। पूछताछ के दौरान साधारण तरीके से हाथ जोडकऱ अपना नाम बताया और फिर चुपचाप बैठ गया।

– पीडी श्रीवास्तव, उप अधीक्षक सेंट्रल जेल भोपाल

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