हिंदू आतंक की आड़ में असली आतंकियों को बचायाः मणि
मणि ने दावा किया कि,’दिग्विजय सिंह ने ‘हिंदू आतंक’ शब्द और सरकारी संसाधनों का इस्तेमाल कर असली आतंकवादियों को बचाया है। उन्हीं की वजह से समझौता एक्सप्रेस विस्फोट का मुख्य आरोपी अारीफ कस्मानी और मक्का मस्जिद विस्फोट का आरोपी बिलाल बचा। उन्होंने एक न्यूज़ एजेंसी को दिए बयान में यह भी कहा कि,”मैं यह नही जानता कि इसमें उनका राजनैतिक एजेंडा क्या है, लेकिन इतना तो साफ करूंगा कि, देश में हिंदू आतंक जैसा कुछ नहीं है।’उन्होंने आगे अपने द्वारा लिखी पुस्तक का जिक्र करते हुए कहा, कि ‘मैंने इस विषय पर एक पुस्तक भी लिखी है, जिसमें यह स्पष्ट है कि कैसे दिग्विजय सिंह ने हिंदू आतंक शब्द की नींव रखकर इसे फैलाने की प्लॉनिंग की।’
दिग्विजय के इस बयान पर मचा बवाल
आपको बता दें कि, मध्य प्रदेश में एकता यात्रा के दौरान झाबुआ पहुंचे दिग्विजय सिंह ने शाजापुर में शनिवार को हुए उपद्रव को लेकर शिवराज सरकार और आरएसएस पर निशाना साधा था, इस दौराना उन्होंने अपने संबोधित में कहा था कि,’जितने भी हिंदू धर्म के आतंकवादी पकड़े गए हैं वह सभी संघ के कार्यकर्ता रहे हैं। महात्मा गांधी की हत्या करने वाले व्यक्ति नाथू राम गोडसे भी आरएसएस का हिस्सा थे। यह विचारधारा ही नफरत फैलाती है, नफरत हिंसा की ओर ले जाती है, जो आतंकवाद की ओर ले जाती है।’
पहले भी आरएसएस को ले चुके है आड़े हाथ
ऐसा पहली बार नहीं है जब दिग्विजय सिंह आरएसएस को लेकर इतने हमलावर नज़र आए हों, इससे पहले भी प्रदेश के सागर में दिग्विजय सिंह ने कहा था कि मैंने हिंदू आतंकवाद नहीं, बल्कि संघी आंतकवाद की बात कही है। उन्होंने कहा कि मैंने कई मामले उठाए, जिसमें सजा भी हुई है। उस दौरान उन्होंने यह भी कहा था कि, हिन्दू शब्द का जिक्र वेदों-पुराणों में भी नहीं मिलता।