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भोपाल

शिक्षा विभाग में भर्ती की मांग को लेकर विदिशा से पैदल यात्रा, दो दिन में भोपाल पहुंचे बीपीएड-एमपीएड अभ्यर्थी, फिर भी नहीं मिल पाए मुख्यमंत्री

– 42 से 44 डिग्री के बीच चल रहे तापमान में रोजगार के लिए प्रदेश के युवाओं की पदयात्रा- विदिशा से 14 मई की दोपहर 1.30 बजे चले थे, 16 मई को सुबह 9 बजे राजधानी के बोर्ड ऑफिस पहुंचे

भोपालMay 16, 2022 / 11:17 pm

shyam singh tomar

शिक्षा विभाग में भर्ती की मांग को लेकर विदिशा से पैदल यात्रा, दो दिन में भोपाल पहुंचे बीपीएड-एमपीएड अभ्यर्थी, फिर भी नहीं मिल पाए मुख्यमंत्री

शिक्षा विभाग में भर्ती की मांग को लेकर विदिशा से पैदल यात्रा, दो दिन में भोपाल पहुंचे बीपीएड-एमपीएड अभ्यर्थी, फिर भी नहीं मिल पाए मुख्यमंत्री

भोपाल. प्रदेश के कई जिलों के बीपीएड और एमपीएड डिग्रीधारी युवा अभ्यर्थी स्कूल शिक्षा विभाग में खेल शिक्षक पद पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र विदिशा से राजधानी भोपाल सीएम शिवराज सिंह चौहान से मिलने आए। इनका कहना है कि शासन जल्द से जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू करे। दूसरा मुद्दा है कि स्कूल शिक्षा विभाग सामान्य शिक्षकों और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को 14 खेलों का पांच दिवसीय प्रशिक्षण देकर खेल प्रभारी बना रहा है, इसे बंद किया जाए। इन्हीं दो मांगों को लेकर 100 से अधिक अभ्यर्थियों ने सुबह 10 बजे बोर्ड ऑफिस चौराहे पर पहुंचकर धरना-प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री से मिलने के लिए रैली के रूप में आगे बढ़ रहे थे, उसी समय एमपी नगर थाना पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस पर दोनों पक्षों के बीच हुज्जत हुई। पुलिस अधिकारियों ने धरने की परमिशन देखी और कहा कि आप बोर्ड ऑफिस से आगे नहीं जा सकते। जब अभ्यर्थी अड़ गए तो इनके पांच साथियों के प्रतिनिधि मंडल को दोपहर में दो बजे सीएम हाउस ले जाकर किसी अधिकारी को ज्ञापन दिलवाया गया। मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपने पर अड़े अभ्यर्थियों ने बोर्ड ऑफिस पर धरने पर बैठने की कोशिश की तो पुलिस ने बलपूर्वक सभी को वाहन में भरकर आगे ले जाकर छोड़ दिया। बीपीएड संघ मध्यप्रदेश के अंतर्गत आयोजित इस पदयात्रा रैली के प्रभारी पंकज भार्गव, संयोजक रविकांत नामदेव और सह-संयोजक संजय ठाकुर का आरोप है कि पुलिस ने महिला प्रदर्शनकारियों से दुव्र्यवहार किया। उन्हें मुख्यमंत्री निवास तक जाने से रोक लिया।
मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र से शुरू की यात्रा, ताकि सुनवाई हो
बीपीएड संघ मध्यप्रदेश के बैनर तले सागर, हरदा, विदिशा समेत कई जिलों के 100 से अधिक बीपीएड-एमपीएड डिग्रीधारी युवाओं के प्रतिनिधि मण्डल ने भर्ती प्रक्रिया समेत अन्य मांगों को लेकर 14 मई को विदिशा शहर के गांधी चौक व नीमताल चौराहे से पैदल यात्रा शुरू की। ये लोग मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ज्ञापन देने के लिए निकले हैं। रंगाई स्थित बाढ़ वाले गणेश मंदिर पर अर्जी लगाने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें निर्माण कार्य होने का हवाला देते हुए प्रशासन ने रोक दिया। इन युवाओं ने 16 मई को सुबह 9 बजे भोपाल के बोर्ड ऑफिस चौराहे पहुंचकर धरना-प्रदर्शन शुरू किया। तभी एमपीनगर थाना पुलिस पहुंच गई और उन्हें प्रदर्शन करने से रोका। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि उनके साथ दुव्र्यवहार भी की किया गया।
न दिन बाद करेंगे धरना, सुनवाई नहीं हुई तो आमरण अनशन भी
मध्यप्रदेश के शिक्षा विभाग में वर्ष 2008-2009 से खेल प्रशिक्षकों की भर्ती नहीं हुई है, ना ही अतिथि शिक्षक खेल प्रशिक्षक के रूप में रखे जा रहे हैं। आज हमने पुलिस-प्रशासन की बात मानकर धरना नहीं दिया। अगर दो से तीन दिन में इस संबंध में शासन स्तर से कोई निर्णय नहीं हुआ तो प्रदेशभर से बड़ी संख्या में बीपीएड-एमपीएड डिग्रीधारी युवा राजधानी आकर आंदोलन और उसके बाद आमरण अनशन करेंगे।
– पंकज भार्गव, पदयात्रा प्रभारी, बीपीएड संघ मध्यप्रदेश
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