यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों के साथ चर्चा में कही। कल से दो दिनों का प्रदेश में टीकाकरण का महाभियान शुरू हो रहा है। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के साथ ही मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के कलेक्टर, सीईओ जिला पंचायत समेत प्रदेश के बड़े अधिकारियों से बात की।
चौहान ने सभी से कहा कि अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), जनपद के सीईओ, नगर पंचायतों के सीएमओ के माध्यम से एनाउंसमेंट और ग्रामीण क्षेत्रों में कोटवार के माध्यम से मुनादी कराकर सूचना दी जाए।
पीले चावल देकर करें आमंत्रित
चौहान ने कहा कि टोली बनाकर नगाड़े बजाकर लोगों को घरों से आमंत्रित किया जाए। लोगों को पीले चावल वितरित कर वैक्सीनेशन के लिए आमंत्रित करें। समाजसेवी, सामाजिक कार्यकर्ता, धर्मगुरु, जनअभियान परिषद, नेहरू युवा केंद्र, स्वसहायता समूह और एनजीओ का सहयोग लें। जन अभियान परिषद की ओर से जिलों में पंजीकृत कोरोना वालेंटियर्स के जरिए से ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में घर-घर जाकर लोगों को हल्दी चावल देकर टीकाकरण के लिए आग्रह किया जाएगा।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना का टीका जीने का सलीका है। यदि हम सतर्क रहे तो यह जंग जीत जाएंगे। वैक्सीनेशन महाभियान के दौरान दो दिन तक हर उस व्यक्ति तक पहुंचे जिन्हें टीका नहीं लगा है या दूसरा डोज लगना बाकी है।
जिन्हें टीका नहीं लगा उनकी सूची बनाएं कलेक्टर
चौहान ने कहा कि पहला और दूसरा डोज जिन्हें नहीं लगा है, उनकी सूची कलेकटरों के पास होनी चाहिए। हम चाहते हैं कि सितंबर आखिरी तक 100 प्रतिशत फर्स्ट डोज कम्पलीट कर दें। पिछली बार हमने तीन पुरस्कार बेहतर परफार्मेंस वाले जिलों को दिए थे। इस बार भी तीन पुरस्कार दिए जाएंगे। जनता की जिंदगी बचाने के अभियान में शिद्दत और गंभीरता से जुटकर इसे सफल बनाना है। चौहान ने कहा कि शिक्षक, स्टाफ, पात्र छात्र-छात्राएं भी वैक्सीन जरूर लगवाएं क्योंकि हम स्कूल खोलना चाहते हैं। हर घंटे की रिपोर्ट भी शासन को भेजी जाना है। ठीक उसी तरह काम करना है, जैसे वोटिंग की सूचना दी जाती है।