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इन नेताओं पर दर्ज हैं कई क्रिमिनल केस, विधायक से लेकर सांसद-मंत्री भी हैं शामिल

criminal cases: मध्यप्रदेश में करीब 41 प्रतिशत नेताओं पर है क्रिमिनल केस..।

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भोपाल

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Manish Geete

Aug 11, 2021

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भोपाल। सुप्रीम कोर्ट के ताजा फैसले से ऐसे नेताओं को झटका लगा है, जिन पर क्रिमिनल केस दर्ज है। इन नेताओं को अब यह भी चिंता सताने लगी है कि आजीवन चुनाव लड़ने की पाबंदी न लग जाए। क्योंकि ऐसी ही एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। इसी याचिका के तहत सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि जिन सांसद और विधायकों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण चल रहे है, उनके प्रकरण वापिस नहीं लिए जा सकते। इसके लिए हाईकोर्ट से मंजूरी लेना अनिवार्य होगा।

मध्यप्रदेश में ऐसे कितने नेता हैं, जिन पर आपराधिक प्रकरण दर्ज है...। पेश है patrika.com की एक रिपोर्ट...।

मध्यप्रदेश में एक बार फिर उपचुनाव की सुगबुगाहट हो रही है। मध्यप्रदेश में भी भाजपा-कांग्रेस और बसपा के कई नेता ऐसे हैं जिन पर आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। जबकि मध्यप्रदेश से चुनकर गए सांसदों के ऊपर भी प्रकरण दर्ज हैं। पिछले चुनावों के दिए गए शपथ पत्र के मुताबिक 41 प्रतिशत मंत्री-विधायक ऐसे हैं जिन पर आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।


चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक सभी दलों में दागी नेता है। वर्तमान विधानसभा में ही 41 फीसदी विधायकों पर क्रिमिनल केस रजिस्टर्ड हैं। कुछ माह पहले ही हाईकोर्ट ने विधायकों और सांसदों पर लंबित क्रिमिनल केस को लेकर जानकारी मांगी थी। चुनाव आयोग ने जो रिपोर्ट सौंपी थी उसके मुताबिक मध्यप्रदेश में 41 प्रतिशत जनप्रतिनिधि दागी थे। उपचुनाव के बाद इसमें और भी परिवर्तन हुआ है।

डेढ़ साल पहले जिन 27 विधायकों की सदस्यता खत्म हुई उनमें 10 विधायकों पर क्रिमिनल केस दर्ज थे। इनमें तुलसी सिलावट, इमरती देवी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, तुलसीराम सिलावट, एंदल सिंह कंसाना, गिर्राज दंडोतिया, रणवीर जाटव, मुन्नालाल गोयल, सुरेश धाकड़, जजपाल सिंह जज्जी, रघुराज सिंह कंसाना शामिल हैं। यह सभी नेता कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा में चले गए थे, जबकि इनमें से तुलसी सिलावट, इमरती देवी, ऐंदल सिंह कंसाना, प्रद्युम्न सिंह तोमर, गिर्राज डण्डौतिया और सुरेश धाकड़ को मंत्री भी बनाया गया।

कमल पटेल (कृषि मंत्री), मोहन यादव (उच्च शिक्षा मंत्री), ऊषा ठाकुर (संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री), ओमप्रकाश सखलेचा (मंत्री), पूर्व मंत्री पारस जैन, पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल, विधायक संजय पाठक, सुरेंद्र पटवा, गौरीशंकर बिसेन एवं विधायक रामेश्वर शर्मा। यह सभी विधानसभा के सदस्य हैं।

कमलनाथ सरकार में गृहमंत्री रहे बाला बच्चन, उच्च शिक्षा मंत्री रहे जीतू पटवारी, कुणाल चौधरी, जयवर्धन सिंह, कमलेश्वर पटेल, लाखन सिंह यादव, नर्मदा प्रसाद प्रजापति, पीसी शर्मा, सुखदेव पांसे, विक्रम सिंह नातीराजा पर भी क्रिमिनल केस दर्ज हैं। यह सभी लगातार विधायक चुने जा रहे हैं। इनके अलावा ऐसे विधायको पर भी केस दर्ज हैं जो पहली बार विधायक बने हैं।

मध्यप्रदेश से राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह और धर्मेंद्र प्रधान पर भी क्रिमिनल केस रजिस्टर्ड हैं।





































































































विधायक पार्टी चुनाव क्षेत्र केस

सुरेंद्र पटवा


भाजपाभोजपुर26
पीसी शर्माकांग्रेसभोपाल दक्षिण पश्चिम14
जीतेंद्र पटवारीकांग्रेसराउ11
अजय सिंह कुशवाहकांग्रेससुमावली11
विपिन वानखेड़ेकांग्रेसआगर11
ठा. सुरेंद्र सिंह नवलकांग्रेसबुरहानपुर9
कुणाल चौधरीकांग्रेसकालापीपल9
मुन्नालाल गोयलकांग्रेसग्वालियर-पूर्व7
प्रद्युम्न सिंह तोमरभाजपाग्वालियर7
संजय यादवकांग्रेसबरगी5
संजीव सिंहबसपाभिंड5
गिर्राज दंडोतियाभाजपादिमनी5
जसमंतकांग्रेसकरेरा5
महेश परमारकांग्रेसतराना4
राकेश गिरीभाजपाटीकमगढ़4


































विधायक पार्टी चुनाव क्षेत्र केस
विनय सक्सेनाकांग्रेसजबलपुर उत्तर3
जालम सिंह पटेलभाजपानरसिंहपुर3
दीपक सक्सेनाकांग्रेसछिंदवाड़ा3
घ्यामश्याम सिंहकांग्रेससेंधवा3

पंचीलाल मेदा, सुनीता पटेल, रणवीर जाटव, बीरेंद्र रघुवंशी, सुखदेव पांसे, दिलीप गुर्जर , सुनील उइके, कमल पटेल, आकाश विजयवर्गीय, लखन घनघोरिया, बैजनाथ कुशवाह, सिद्धार्थ कुशवाह, कांतिलाल भूरिया, जयपाल सिंह, इंदर सिंह परमार।

इमरती देवी, आरिफ मसूद, अर्जुन सिंह काकोडिया, राजेंद्र शुक्ल, देवेंद्र वर्मा, निलय विनोद डागा, लखन सिंह यादव, राजेश कुमार, गोपाल सिह चौहान, हर्ष यादव, विशाल जगदीश पटेल, एनपी प्रजापति, उषा ठाकुर, रामेश्वर शर्मा, तरुण भनोत, हरिशंकर खटिक, ओपी सकलेचा, प्रदीप लारिया, दिलीप सिंह परिहार, अशोक मर्सकोले, राम डोंगरे, राज्यवर्धन सिंह, सुरेद्र सिंह बघेल, हरि सिंह सप्रे, अनिरुद्ध मारू, डा. हीरालाल अलाव, प्रदीप पटेल, राघुराज सिंह कंसाना, संदीप जायसवाल, शैलेंद्र जैन, हर्ष विजय गेहलोत, तुलसीराम सिलावट, प्रताप ग्रेवाल, विजय चौरे, दिनेश राय मुनमुन, प्रेमशंकर वर्मा, बाबूलाल कांग्रेस, कमलेश्वर इंद्रजीत कुमार, एदल सिह कंसाना , संजय शर्मा, पारस जैन, मोहन यादव, संजय पाठक।

कमलेश जाटव, महेंद्र सिंह सिसौदिया, रामचंद्र दांगी, सुरेश राजे, अजय टंडन, मेवाराम जाटव, प्रगीलाल जाटव, ओपीएस भदौरिया और राकेश मवाई पर एक-एक प्रकरण दर्ज है।