अब इस इंजेक्शन की बढ़ी मांग
कालाबाजारी को लेकर पुलिस की कार्रवाई के बाद रेमडेसिविर की मारामारी थोड़ी कम हुई तो अब दूसरे नए इंजेक्शन टॉक्लीजुमेब की मांग बढ़ गई है। बीते दिन एक बड़े अस्पताल में भर्ती कई मरीजों के परिजनों को इसके पर्चे लिखकर दे दिए कि ये इंजेक्शन लाना है। इसकी कीमत करीब 30 हजार रुपए से ज्यादा है। परिजनों ने पूछा कि कहां मिलेगा तो बताया कलेक्टोरेट में मिलेगा। इसके चलते रविवार सुबह भी कई अस्पतालों से लोग पर्चे लेकर कलेक्टोरेट में भटकते रहे।
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बढ़ सकती है कालाबाजारी
दरअसल, यह इंजेक्शन बाजार से गायब हो चुका है। अब जिस प्रकार अस्पतालों से इसकी मांग आना शुरू हो गई है, उससे इसकी भी कालाबाजारी बढ़ सकती है। बता दें कि शासन स्तर से जारी किए गए निर्देशों में ये तय किया जा चुका है कि अस्पताल मांग फार्मा को भेजेंगे, वहीं से मांग पूरी की जाएगी।
इसके बाद भी अस्पताल परिजनों को गुमराह करने से बाज नहीं आ रहे हैं। एडीएम माया अवस्थी का कहना है कि शासन द्वारा व्यवस्था बनाई जा चुकी है। फार्मा से ही इंजेक्शन सप्लाई होगी। रेमडेसिविर हो या अन्य।