मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी पर इशारों ही इशारों में तंज कसा है। उन्होंने तंज कसते हुए एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें भाजपा के कई वर्तमान नेताओं के पूर्व में किए गए आंदोलन की तस्वीरें बताई गई है।
उन्होंने बुधवार को सुबह किए ट्वीट में कहा है कि जब भगत सिंह जैसे युवा फांसी चढ़ रहे थे, तब आरएसएस के गुरु गोलवलकर ने भी अपने स्वयं सेवकों से कहा था, ‘आंदोलनजीवी ‘पागलों’ की टोली से दूर रहें।’ आंदोलनजीवियों ने फिर भी देश आजाद करा लिया। दिग्विजय ने इसके लिए हैशटेग भी दिया #आंदोलनजीवी vs #भाषणबाजी
नरोत्तम मिश्र और विश्वास सारंग का पलटवार इधर, दिग्विजय के बयान के बाद प्रदेश में सियासत गर्मा गई है। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने भी दिग्विजय सिंह के बयान को शर्मनाक बताया है। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी को खुश करने के लिए अनर्गल बयानबाजी करते रहते हैं। वे अपनी मानसिकता खो चुके हैं।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी कहा कि कांग्रेस नेता अब अपना जनाधार खोते जा रहे हैं। वे ट्वीटर, टीवी और पेपर तक ही सीमित रह गए हैं। अभी तक तो पूरा जनाधार खो चुके हैं।
इससे चार दिन पहले भी दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी के एफडीआई यानी फॉरेन डिस्ट्रक्टिव आइडियोलॉजी (विदेशी विनाशकारी विचारधारा) को लेकर पलटवार किया था। उन्होंने कहा था कि सरकार फूट डालो और राज करो की नीति पर काम कर रही है। दिग्विजय सिंह ने यह पलटवार ऐसे समय में किया था, जब देश में चल रहे कृषि कानूनों पर विदेशी हस्तियों ने ट्वीट किए थे, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे एफडीआई करार दिया था।