ये स्ट्रक्चर स्मार्ट मीटर (Structure Smart Meter) के तौर पर काम करेगा। इसमें रीडिंग, बिलिंग से बिजली का उपयोग नहीं होने पर मीटर को बंद करने के साथ ही स्मार्ट व एडवांस तरीके से मीटर को संचालित करने की सुविधा होगी।
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आम उपभोक्ताओं के साथ फीडर बडीटीआर पर भी ये मीटर रहेंगे। एडवांस मीटर इंफ्रास्ट्रक्चर स्मार्ट मीटर से जोड़ने मीटर के गेटवे कम्युनिकेशन की तरह है। ये पांच लाइन के माध्यम से जुड़कर काम करता है। इसके लिए एक सेंट्रल कंप्यूटर सिस्टम विकसित किया जाता है, जिससे मीटरिंग सिस्टम का बेहतर संचालन हो सके।
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नया सिस्टम विकसित करने, इसके संचालन का काम निजी वाली अधोसंरचना होती है। ये स्मार्ट एजेंसियों के जिम्मे होगा। एजेंसी को तय करने की प्रक्रिया की जा रही है, उम्मीद है जून 2021 तक ये तय हो जाए। जुलाई अगस्त से सिस्टम पर काम शुरू हो सकेगा, जो अगले डेढ़ साल में पूरा करना है। होने वाला खर्च एजेंसी तय होने पर पता होगा।
केंद्र ने की है घोषणा
बिजली अधोसंरचना मजबूत व बेहतर बनाने केंद्र ने स्मार्ट मीटरिंग सिस्टम की घोषणा की है। इन मीटर से बिजली चोरी रोकने के साथ उपभोक्ताओं को लाभ होंगे। संचालन आसान होगा बिजली का उपयोग नहीं हो रहा होगा, उस समय बंद कर सकते हैं।
प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का कहना है कि उपभोक्ताओं के मीटरिंग सिस्टम को बेहतर करने की जरूरत है। केंद्र के साथ राज्य सरकार के सहयोग से उपभोक्ताओं को आधुनिक तकनीक का लाभ दिलाने की कोशिश की जा रही है।