ऐसे में बाड़े में बंद जानवर ही दिखते हैं। जबकि जंगल सफारी के तहत 400 रुपए खर्च कर डेढ़ घंटे में करीब 8 किमी के जंगल में विचरण करने वाले वन्य प्राणियों का दीदार किया जा सकता है।
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IMD की भविष्यवाणी, प्री- मानसून 30 जिलों में कराएगा तूफानी आंधी-बारिश, ALERT 1 जुलाई से बंद होंगे पार्क
मप्र के सभी नेशनल पार्क में एक जुलाई से 30 सिंतबर तक यानी तीन महीनों के लिए बंद हो जाएंगे। जंगल में पर्यटन का आखिरी तारीख 30 जून है। मानसून ब्रेक 1 अक्टूबर से दोबारा शुरू होगा। यदि आप भी जानवरों का दीदार करने के शौकीन हैं तो जल्द ही इस सफारी का आनंद उठाएं।
जंगल में ज्यादातर शाकाहारी वन्यप्राणी
जंगल सफारी के दौरान चीतल, बारहसिंगा, जंगली सुअर, नीलगाय, हायना, सियार, सांभल, शाही और खरगोश आदि को नजदीक से देखने का मौक मिलता है। वहीं वन विहार के बाड़े में जंगली गौर, शेर, बाघ, चीता, भालू, मगर, घडिय़ाल और कछुआ के अलावा विभिन्न प्रजातियां के सांप देखे जा सकते हैं। उद्यान के चिडिय़ाघर में कुछ पक्षियों की प्रजातियां भी हैं।
प्रदेश में 12 नेशनल पार्क
प्रदेश में 12 नेशनल पार्क हैं। इनमें करीब 526 बाघ हैं। 6 राष्ट्रीय उद्यान टाइगर रिजर्व घोषित हैं। भोपाल से लगा नर्मदापुरम में सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान है।