पिता ने बेटे को दिया दूसरा जीवन, भावुक कर देगी त्याग की यह कहानी
युवा बेटा बार—बार बीमार हो रहा था। अस्पताल में जांच कराई गई तो पता चला कि बेटे का एक अहम अंग खराब हो गया है। तत्काल दूसरा अंग ट्रांसप्लांट करने की जरूरत थी, अन्यथा युवक की मौत तक का अंदेशा था। ऐसे में कोई पिता भला कैसे शांत रहते! युवा बेटे के लिए उन्होंने अपनी जिंदगी दांव पर लगा दी और खुशी—खुशी अपना यह अहम अंग खुद दान कर दिया।
भोपाल। युवा बेटा बार—बार बीमार हो रहा था। अस्पताल में जांच कराई गई तो पता चला कि बेटे का एक अहम अंग खराब हो गया है। तत्काल दूसरा अंग ट्रांसप्लांट करने की जरूरत थी, अन्यथा युवक की मौत तक का अंदेशा था। ऐसे में कोई पिता भला कैसे शांत रहते! युवा बेटे के लिए उन्होंने अपनी जिंदगी दांव पर लगा दी और खुशी—खुशी अपना यह अहम अंग खुद दान कर दिया।
पिता के त्याग की यह दास्तां तब सामने आई जब भोपाल के एम्स अस्पताल में एक युवक की किडनी ट्रांसप्लांट की गई। यहां एक पिता ने खुद की जिंदगी दांव पर लगाते हुए युवा बेटे को अपनी किडनी दान कर दी। पिता ने इस तरह बेटे को दोबारा जिंदगी दे दी। खास बात यह भी है कि एम्स भोपाल में यह किडनी की पहली सफल ट्रांसप्लांट सर्जरी भी थी।
एम्स के डाक्टर्स ने बताया कि 22 जनवरी को यहां एक युवक की किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी की गई। एम्स भोपाल में पहली बार किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी सफलतापूर्वक की गई। एक युवक को किडनी की सख्त जरूरत थी। युवा बेटे का दर्द पिता से देखा नहीं गया और उन्होंने बेटे की जिंदगी बचाने के लिए अपनी किडनी देने की बात कही। इसपर एम्स अस्पताल के डाक्टर्स ने आवश्यक चेकअप किया और इसके बाद सहमति दे दी।
पिता ने किडनी देकर बेटे को नया जीवन दिया। किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी बहुत जटिल होती है लिहाजा सभी आवश्यक तैयारियां की गईं। आखिरकार 7 घंटे की सर्जरी कर बेटे को पिता की किडनी ट्रांसप्लांट कर दी गई।