भाजपा को लेकर क्यों सॉफ्ट हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया?
हाल के दिनों को छोड़ दिया जाए तो ज्योतिरादित्य सिंधिया खुले तौर पर भाजपा पर हमला करते थे। भाषणों में भी और सोशल मीडिया में भी। प्रदेश के साथ-साथ देश के हर मुद्दे में उन्होंने मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल ही में अपना ट्रैक बदल दिया है। अब वो मोदी सरकार के खिलाफ हमलावर होने के बजाए सॉफ्ट हो रहे हैं। 25 अक्टूबर से अभी तक सिंधिया ने कई पोस्ट किए लेकिन उन्होंने सीधे मोदी सरकार पर कोई भी हमला नहीं किया है। जानकारों का कहना है कि इसके पीछे कई वजह हो सकती हैं।
हाल के दिनों को छोड़ दिया जाए तो ज्योतिरादित्य सिंधिया खुले तौर पर भाजपा पर हमला करते थे। भाषणों में भी और सोशल मीडिया में भी। प्रदेश के साथ-साथ देश के हर मुद्दे में उन्होंने मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल ही में अपना ट्रैक बदल दिया है। अब वो मोदी सरकार के खिलाफ हमलावर होने के बजाए सॉफ्ट हो रहे हैं। 25 अक्टूबर से अभी तक सिंधिया ने कई पोस्ट किए लेकिन उन्होंने सीधे मोदी सरकार पर कोई भी हमला नहीं किया है। जानकारों का कहना है कि इसके पीछे कई वजह हो सकती हैं।
इसे भी पढ़ें- एमपी में नई पार्टी बनाने की तैयारी में ज्योतिरादित्य सिंधिया, क्या कमलनाथ सरकार को करेंगे अस्थिर? अहम मुद्दों पर खामोशी
भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने लोकसभा में महात्मा गांधी के हत्यारे को देशभक्त बताया। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस अहम मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं धी। वहीं, महाराष्ट्र के सियासी ड्रामे में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने केवल एक ट्वीट किया उन्होंने भाजपा पर हमलावर होने के जगह सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ऐतिहासिक बताया और संविधान दिवस की बधाई दी। वहीं, प्रदेश के मुद्दों की बात करें तो सिंधिया हर छोटे बड़े मसले पर अपनी राय रखते हैं। गुना-शिवपुरी से जुड़ी खबरों को भी ट्वीट और रिट्वीट करते हैं। लेकिन केन्द्र के कई अहम मुद्दों पर वो खमोश हैं।
भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने लोकसभा में महात्मा गांधी के हत्यारे को देशभक्त बताया। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस अहम मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं धी। वहीं, महाराष्ट्र के सियासी ड्रामे में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने केवल एक ट्वीट किया उन्होंने भाजपा पर हमलावर होने के जगह सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ऐतिहासिक बताया और संविधान दिवस की बधाई दी। वहीं, प्रदेश के मुद्दों की बात करें तो सिंधिया हर छोटे बड़े मसले पर अपनी राय रखते हैं। गुना-शिवपुरी से जुड़ी खबरों को भी ट्वीट और रिट्वीट करते हैं। लेकिन केन्द्र के कई अहम मुद्दों पर वो खमोश हैं।
कांग्रेस से कई सवाल
ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के खिलाफ कई बार हमला बोल चुके हैं। ज्योतिरादित्य ने अब अपना ट्रैक बदला है। सिंधिया अब सरकार के खिलाफ खुला हमला ना बोलते हुए विकास कार्यों को लेकर लेटर लिख रहे हैं। सिंधिया से भी बताने की कोशिश कर रहे हैं कि वो मध्यप्रदेश के विकास कार्यों को लेकर प्रतिबद्ध हैं और अप्रत्यक्ष रूप से सरकार को कटघरे में भी खड़ा कर रहे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया बीते एक महीने में करीब 4 लेटर कमल नाथ को दो लेटर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी को एक लेटर लिख चुके हैं। इन लेटरों के माध्यम से सिंधिया प्रदेश की जनता और कार्यकर्ताओं को लगातार ये संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि मैं मध्यप्रदेश के विकास कार्यों के लिए कितना प्रतिबद्ध हूं। वहीं, जानकारों का कहना है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिखे लेटरों पर अगर सरकार कार्रवाई करती हैं तो इसका श्रेय भी ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास ही जाएगा।
ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के खिलाफ कई बार हमला बोल चुके हैं। ज्योतिरादित्य ने अब अपना ट्रैक बदला है। सिंधिया अब सरकार के खिलाफ खुला हमला ना बोलते हुए विकास कार्यों को लेकर लेटर लिख रहे हैं। सिंधिया से भी बताने की कोशिश कर रहे हैं कि वो मध्यप्रदेश के विकास कार्यों को लेकर प्रतिबद्ध हैं और अप्रत्यक्ष रूप से सरकार को कटघरे में भी खड़ा कर रहे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया बीते एक महीने में करीब 4 लेटर कमल नाथ को दो लेटर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी को एक लेटर लिख चुके हैं। इन लेटरों के माध्यम से सिंधिया प्रदेश की जनता और कार्यकर्ताओं को लगातार ये संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि मैं मध्यप्रदेश के विकास कार्यों के लिए कितना प्रतिबद्ध हूं। वहीं, जानकारों का कहना है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिखे लेटरों पर अगर सरकार कार्रवाई करती हैं तो इसका श्रेय भी ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास ही जाएगा।
धारा 370 का समर्थन किया था
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी लाइन से हटकर जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और 35 A हटाए जाने का समर्थन किया था। इससके साथ-साथी अयोध्या मुद्दे पर भी उन्होंने यही कहा था कि अब देश में राम की नहीं विकास की बात होगी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी लाइन से हटकर जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और 35 A हटाए जाने का समर्थन किया था। इससके साथ-साथी अयोध्या मुद्दे पर भी उन्होंने यही कहा था कि अब देश में राम की नहीं विकास की बात होगी।