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Malegaon Blast Case: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने महाराष्ट्र मालेगांव ब्लास्ट मामले में बरी होने के बाद शनिवार को बड़ा खुलासा किया। उन्होंने मुंबई में मीडिया से बातचीत में बताया कि उन पर इतना अत्याचार किया गया कि इसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है।
साध्वी प्रज्ञा ने जेल में बिताए गए दिनों को याद करते हुए बताया कि एटीएस अधिकारी ने मुझे 13 दिनों तक अवैध रूप से रखा। मुझे हिरासत के दौरान इतने कष्ट दिए गए। ऐसे अत्याचार किए, जिसके लिए शब्द कम पड़ जाएंगे। शब्दों की भी अपनी मर्यादा होती है। मुझे नरेंद्र मोदी, योगी आदित्यनाथ, मोहन भागवत, सुदर्शन, इंद्रेश, रामजी माधव जैसे लोगों के नाम लेने के लिए दबाव बनाया गया। वह कहते रहे कि इन लोगों के नाम ले लो तुम्हें नहीं मारेंगे। उनका उद्देश्य मुझे प्रताड़ित करना था। मुझसे सब कुछ असत्य बोलने के लिए कहा जा रहा था, इसलिए मैंने किसी का भी नाम नहीं लिया।
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि एटीएस अधिकारियों ने कानून के नाम पर गैर कानूनी काम किए। जेल में मुझे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। देशभक्त अपने देश के लिए जीता और मरता है। इन लोगों ने प्रताड़ित करके बहुत कुछ कहलवाना चाहा, लेकिन हम असत्य बोलेंगे नहीं। राष्ट्र को भयभीत होने की जरूरत नहीं है।
कोर्ट के फैसले पर साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि यह धर्म, भगवा, सत्य और सनातन धर्म की जीत है। मैंने कहा था कि सत्यमेव जयते। सत्य कभी पराजित नहीं होता। हालांकि, इन लोगों में इतना दम नहीं था कि पराजित कर सकें। इन्होंने मुझे प्रताड़ित कर भगवा और सनातन धर्म को बदनाम करने की बहुत कोशिश की। मगर, ये सफल नहीं हो पाए। ऐसे लोगों को दंड दिलवाने का हम प्रयास करेंगे। यह पूरा केस गढ़ा गया था, इसका कोई आधार नहीं था। सत्य प्रकट और सिद्ध होता है, इस केस में भी ऐसा हुआ।
Published on:
02 Aug 2025 05:50 pm
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