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Mental Health Test: सिर्फ 1 क्लिक में जानें अपनी मेंटल हेल्थ ठीक है या खराब…?

Mental Health Test: अब घर बैठे मेंटल हेल्थ चेकअप और इलाज की सुविधा, यौन विकारों से लेकर मानसिक बीमारियों का संकेत देगा ऐप

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Mental Health

Mental Health Test: राजधानी समेत आसपास के जिलों में मानसिक विकार के रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ी है। हालांकि, बहुत से लोग अपनी मानसिक अवस्था को समझ नहीं पाते और इलाज के लिए चिकित्सकों के पास नहीं पहुंचते।

ऐसे लोगों की परेशानी की समझते हुए गांधी मेडिकल कॉलेज यानी जीएमसी ने एक नयी पहल की है। जीएमसी ने जगह जगह मनहित ऐप के पोस्टर लगाए हैं। इससे मुफ्त मेंटल हेल्थ चेकअप व इलाज में मदद मिलेगी। यह ऐप यौन विकार

(सेक्सुअल डिसआर्डर), चिंता, नशे की लत और बच्चों में होने वाली मानसिक बीमारियों के संकेत देगा।

मन हित ऐप में यह सुविधाएं

● मनहित ऐप में मरीज खुद ही अपनी मानसिक अवस्था जांच सकता है

● मानसिक स्वास्थ्य के लिए जागरुकतापरक वीडियो देखे जा सकते हैं

● प्रमुख भ्रम और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े तथ्य देखे जा सकते हैं

● टेलीमानस का भी ऐप के जरिए प्रयोग कर सकते हैं

● मनकक्ष में उपलब्ध सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं

मेंटल स्कोर कम तो चिकित्सक से लें सलाह

जीएमसी के मनोचिकित्सक विभाग के एचओडी डॉ. जेपी अग्रवाल के अनुसार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मध्य प्रदेश इकाई ने मनहित एंड्रायड ऐप तैयार किया है। इसका आईओएस सपोर्टिव ऐप भी इंस्टॉल होगा। इसे अंग्रेजी सहित हिंदी में भी लॉंच किया जाएगा। मानसिक समस्या के सवालों के जवाब में यदि स्कोर कम आया तो ऐप मनोचिकित्सक की सलाह लेने को कहेगा।

टेली मानस से विजुअल परामर्श: डॉ. अग्रवाल ने बताया कि टेली मानस मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन है। जरूरतमंद 14416 व 18008914416 पर फोन कर इसका उपयोग कर सकते हैं। जो लोग सोशल स्टिग्मा के चलते मनोचिकित्सक के पास नहीं पहुंचते हैं, उनके लिए यह वरदान है।

अवेयरनेस बढ़ाने का जिम्मा एचओडी का मेडिकल कॉलेज के यूजी-पीजी छात्रों के बीच मानसिक स्वास्थ्य समस्या बढ़ रही है। ऐसे में हर एचओडी को जागरुकता बढ़ाने की जिम्मेदारी दी गई है। उनसे कहा गया है कि वे स्टूडेंट्स के साथ विभाग में आने वाले मरीजों को ऐप व हेल्पलाइन की जानकारी दें।

14 प्रतिशत मानसिक रोगी

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेज (निमहांस) की रिपोर्ट के अनुसार, देश में सामान्य आबादी में 14 प्रतिशत मानसिक रोगी हैं। यह ऐप लोगों को मानसिक रोगों के बारे में जागरूक करने में बड़ी भूमिका निभा सकता है।