
Minister Vijay Shah
Vijay Shah- कर्नल सोफिया पर अभद्र टिप्पणी पर हाईकोर्ट द्वारा स्वत: संज्ञान लेकर मंत्री विजय शाह पर एफआइआर करने के आदेश जारी करने के बाद उनका मंत्रिमंडल से बाहर जाना तय हो गया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार उनसे खुद ही इस्तीफा देने को कहा गया है। प्रदेश के सीएम मोहन यादव के बेंगलुरु से लौटते ही मंत्री विजय शाह इस्तीफे का ऐलान कर सकते हैं। पार्टी नेताओं ने उनसे अपने राजनैतिक भविष्य का ख्याल रखते हुए फिलहाल शांत रहने और संयम बरतने की भी हिदायत दी है।
एमपी हाईकोर्ट ने बुधवार को ऐसा सख्त रुख दिखाया कि मंत्री विजय शाह और बीजेपी सरकार व संगठन को कदम पीछे खींचने को मजबूर होना पड़ा। विजय शाह इस मुद्दे पर मंगलवार को ही बुरी तरह फंस चुके थे लेकिन हाईकोर्ट के आदेश के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ गईं। चौतरफा घिर जाने के बाद विजय शाह पर मंत्री पद से इस्तीफा देने का दबाव बढ़ गया।
बुधवार को हालांकि बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने उनके त्यागपत्र के संबंध में मीडिया के सवाल पर चुप्पी साध ली थी लेकिन हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद हालात पूरी तरह बदल गए हैं। कोर्ट ने मंत्री विजय शाह पर केस दर्ज करने के स्पष्ट आदेश जारी किए जिससे पार्टी और सरकार का उनका बचाव करना बेहद कठिन हो गया है।
कर्नल सोफिया कुरैशी पर विजय शाह के बयान पर पूरे देश में बवाल मचा है। मंत्री के बयान पर प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इंदौर में महिला कांग्रेस ने मंत्री विजय शाह का पुतला जलाया। सेवादल ने कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के पोस्टर का दूध से अभिषेक किया। रतलाम, खंडवा, श्योपुर, भिंड, सिवनी मालवा, जबलपुर सहित अनेक शहरों में मंत्री विजय शाह पर एफआईआर दर्ज करने और उनके इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन किए गए हैं।
विजय शाह के खिलाफ एफआइआर कराने कांग्रेस नेता प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी के साथ भोपाल के श्यामला हिल्स थाने पहुंचे। यहां पटवारी के आवेदन पर रोजनामचा में शिकायत दर्ज की गई। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया राहटकर ने भी विजय शाह के बयान को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
खास बात यह है कि हाईकोर्ट ने साफ शब्दों में कहा है कि मंत्री विजय शाह का बयान सांप्रदायिकता बढ़ाने वाला है। कोर्ट ने एमपी के डीजीपी से उनपर भारत की एकता अखंडता को खतरे में डालने का केस दर्ज करने को कहा। कोर्ट ने यह चेतावनी भी दी कि यदि मंत्री विजय शाह पर एफआइआर दर्ज नहीं की गई तो डीजीपी पर कोर्ट की अवमानना की कार्रवाई की जाएगी।
एमपी हाईकोर्ट के इस सख्त रुख से न केवल विजय शाह घिर गए बल्कि बीजेपी और राज्य सरकार पर भी उनके इस्तीफे को लेकर दबाव बढ़ गया। माना जा रहा है कि स्वयं विजय शाह अब कभी भी अपना इस्तीफा दे सकते हैं।
बता दें कि मंत्री विजय शाह के बयान पर बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने भी नाराजगी जताई थी। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए मध्यप्रदेश संगठन से रिपोर्ट बुलाई जिसके बाद शाह को प्रदेश मुख्यालय में तलब किया गया था। बुधवार को बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि मंत्री विजय शाह का बयान निंदनीय है। हम इस बयान से इत्तेफाक नहीं रखते। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी इस मामले में जल्द अपना निर्णय लेगी।
Updated on:
14 May 2025 09:47 pm
Published on:
14 May 2025 09:41 pm
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