इस बार हजयात्रा के लिए कई सहूलियतों का ऐलान किया गया है.यहां तक कि उम्र की सीमा भी कम हुई है. सेंट्रल हज कमेटी द्वारा आवेदन जमा कराने की प्रक्रिया प्रारंभ कराई जा चुकी है. कोरोना संक्रमण के ताजे हालात को देखते हुए कई लोग यात्रा को लेकर असमंजस में जरूर हैं लेकिन ऐसे हालात में भी अधिकांश लोगों को उसपल का इंतजार है जब वे मदीनेवाले का दीदार कर सकेंगे.
नाम आ गया, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण निरस्त हो गया सफर
हजयात्रा के लिए वफातन बी दो साल से आवेदन कर रही हैं। एक बार तो इनका नाम आ भी गया था। हजयात्रा के लिए बेकरार वफातन बी की तो मानो दिल की मुराद पूरी हो गई थी. हजयात्रा के लिए उनके पूरे इंतजाम भी हो गए, लेकिन अचानक कोविड के चलते लॉकडाउन लग गया और इसके कारण बाद में यात्रा ही निरस्त हो गई।
बीते साल देश से किसी को यात्रा पर जाने अनुमति नहीं थी। मदीना जाकर खुदा के दीदार करने के लिए कई अन्य लोग भी बेसब्र हैं. हजयात्रा के लिए बेकरार शाहिद बताते हैं उनका तो पहली बार में ही यात्रा के लिए चुनाव हो गया था। वे खुश थे लेकिन कुछ ही दिनों में ये खुशी काफूर हो गई क्योंकि बाद में पूरा कार्यक्रम ही रद्द हो गया। शाहिद कहते हैं— इस बार क्या होगा पता नहीं।
मदीने के दीदार के लिए कर रहे दुआ
आफाक अहमद बताते हैं दो साल से मुकद्दस सफर पर जाने का मौका नहीं मिल रहा। इस बार दुआ कर रहे हैं हालात ठीक रहे हैं और मदीने के दीदार का सभी को मौका मिले।
जनवरी के अंत तक आवेदन
हज कमेटी ने आवेदन जमा करने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया रखी है। आवेदन जनवरी के अंत तक फार्म जमा कर सकते हैं। पहली किस्त के रूप में 81 हजार रुपए जमा कराए जाएंगे। अनुमानित खर्च 4 लाख 7 हजार तक बताया जा रहा है। सेंट्रल हज कमेटी ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। आयु सीमा में पाबंदी करते हुए 65 साल से अधिक उम्र के लोगों को अपात्र किया गया है।