दरअसल एक ओर जहां पंजाब में सरकार बनाकर उत्साहित आम आदमी पार्टी मप्र में भी पैर जमाने की कोशिश कर रही है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल मप्र में चुनाव प्रचार करेंगे। वे 2 जुलाई को सिंगरौली आएंगे। पार्टी के अन्य नेता भी निकाय चुनाव में वोट मांगेंगे। वहीं बुधवार को मीडिया से चर्चा में एआइएमआइएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने संकेत दिए कि उनकी पार्टी मप्र में विधानसभा चुनाव लड़ेगी। कहा, हम सरकार नहीं बनाना चाहते, हमारी लड़ाई हिस्सेदारी में आने की है।
ओवैसी बोले: हम आरएसएस की विचारधारा का विरोध करते हैं, हिंदू विचारधारा का नहीं
वहीं एआइएमआइएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को पीएम मोदी पर सियासी हमला बोला। कांग्रेस भी उनके निशाने पर रही। उदयपुर की घटना की निंदा करते हुए बोले, हत्या कर वीडियो बनाना आतंक फैलाना ही है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम आरएसएस की विचाराधारा का विरोध करते हैं, हिंदू विचारधारा का नहीं।
निकाय चुनाव में प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार करने आए ओवैसी ने कहा, नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी होनी चाहिए। अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाए जाने के सवाल पर कहा कि यदि अवैध के नाम पर मकान तोड़े जाएंगे तो दिल्ली छोडि़ए भारत के जितने बड़े शहर हैं, वहां 70 प्रतिशत घर अवैध मिलेंगे। उन्होंने रामनवमी के जुलूस पर पत्थरबाजी के बाद सरकार की तरफ से की गई कार्रवाई पर कहा कि धर्म के नाम पर राजनीति की जा रही है।
कांग्रेस की वजह से पिछड़े मुसलमान
ओवैसी ने कहा कि सरकार अग्निपथ योजना लाकर सेना में भेदभाव पैदा करना चाहती है। उन्होंने कहा, देश में मुसलमानों के पिछडऩे का कारण कांग्रेस है। कांग्रेस को जनता ने 2018 में मौका दिया था, पर उनकी नाकामी है कि 20 से ज्यादा विधायक बीजेपी में शामिल हो गए। यदि सिंधिया को राज्यसभा भेज देते तो सरकार नहीं गिरती, लेकिन दिग्विजय सिंह को राज्यसभा जाना था।