अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रूड (कच्चे तेल) के भावों में कमी और डॉलर की तुलना में रुपया मजबूत होने से डीजल-पेट्रोल के रेट घटते जा रहे हैं। इधर, बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि डेली प्राइज बदलाव से उपभोक्ता को नुकसान हो रहा है। 16 जून 2017 से पहले 15 दिन में एक बार भावों में संशोधन हुआ करता था। अब प्रतिदिन भाव बदले जाते हैं।
लगातार गिरावट
दिसंबर में भी अब तक पेट्रोल-डीजल में करीब 2.59 रुपए तक की गिरावट हो चुकी है। पिछले अक्टूबर से लेकर 10 दिसंबर तक 68 दिनों में पेट्रोल 16.10 रुपए लीटर सस्ता हुआ। सोमवार को पेट्रोल 73.56 और डीजल 65.95 रुपए प्रति ली. बिका।
अक्टूबर में पेट्रोल अपने सारे रेकॉर्ड तोड़ते हुए 89.83 और डीजल 79.53 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया था। यह भाव 4 अक्टूबर को सामने आए थे, फिर ईंधन के भाव कम होना शुरू हो गए।
30 नवंबर को पेट्रोल 13.84 घटकर 75.99 रुपए और डीजल 10.46 रुपए घटकर 69.07 रुपए प्रति लीटर पर आ गया। शुक्रवार को विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया, अमेरिकी डालर की तुलना में 7 पैसे मजबूत होकर 69.17 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
रुपए की मजबूती से भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत
इससे पूर्व 24 अगस्त को रुपया 70 रुपये प्रति डॉलर से नीचे 69.91 रुपए पर बंद हुआ था। मार्केट एक्सपर्ट आदित्य मनयां जैन का कहना है कि रुपए की मजबूती से भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत होने की उम्मीद बढ़ गई है।