20 हजार स्टूडेंट फंसे हैं, 100 एमपी के
आपको बतादें कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध होने की आशंका के बीच मध्यप्रदेश के स्टूडेंट्स को लाने के लिए सरकार ने व्यवस्था कर ली है। वहां फंसे छात्रों के लिए विशेष विमान भेजे गए हैं। उन्हें जल्द ही वापस लाया जाएगा। यूक्रेन में भारत के 20 हजार से अधिक छात्र फंसे हैं, जबकि इनमें 100 से अधिक मध्यप्रदेश के भी छात्र हैं।
मध्यप्रदेश के इंदौर, रीवा समेत अन्य जिलों के स्टूडेंट्स यक्रेन में फंसे हैं, इनकी संख्या 100 से अधिक बताई जाती है। इनकी सुरक्षित घर वापसी के लिए विमान भेजे गए हैं। निश्चित ही सभी स्टूडेंट्स एक दो दिन में वापस आ जाएंगे।
सिंधिया बोले- यूक्रेन भेजे 3 विमान
इससे पहले एमपी के मंत्री तुलसी सिलावट ने केंद्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से गुहार लगाई थी। इस पर केंद्रीय मंत्री ने भरोसा दिलाया था कि विदेश मंत्रालय से लगातार संवाद जारी है और अनुमति मिलते ही वहां फंसे भारतीयों की वापसी केलिए विशेष विमान यूक्रेन भेजा जाएगा। इसके बाद मंगलवार को तीन विमान यूक्रेन भेजे गए हैं।
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ऑनलाइन परीक्षा के प्रयास
इधर, यूक्रेन से बीच में ही पढ़ाई छोड़कर आने वाले छात्रों को अब पढ़ाई की चिंता सता रही है। इंदौर में बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स के अभिभावकों ने सांसद शंकर लालवानी से मदद मांगी है। पालकों ने पत्र लिखकर कहा है कि इन बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई हो सके, इसके लिए विदेश मंत्रालय के जरिए अपनी बात पहुंचाएं। बताया जाता है कि 22 छात्र ऐसे हैं जो यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस या अन्य कोर्स कर रहे हैं। सांसद शंकर लालवानी के मुताबिक पालकों से चर्चा हुई है। हम उनकी मांग को विदेश मंत्रालय के जरिए वहां पहुंचाएंगे। लालवानी ने बताया कि वहां से आने का किराया भी 25 हजार से बढ़कर सवा दो से ढाई लाख रुपए तक हो गया है, इसलिए भी वहां फंसे स्टूडेंट्स की मुश्किलें बढ़ गई हैं। लालवानी ने भी यूक्रेन के लिए उड़ानें बढ़ाने की मांग मंत्रालय से की है।