शिवराज सिंह चौहान राफेल मुद्दे पर पत्रकारों को प्रदेश भाजपा कार्यालय में संबोधित कर रहे थे। चौहान ने कहा कि जब कांग्रेस का रिकार्ड हम देखते हैं तो कभी क्वात्रोची कभी मिशेल, जैसे दलालों के नाम सामने आते हैं।
मध्यप्रदेश पर बोली ये बात
मध्यप्रदेश ने कभी भी निर्धारित सीमा से अधिक कर्ज नहीं लिया। जो नियमित प्रक्रिया है। हमने जीडीपी का 3.7 जितना नियम में आता है। उतना कर्ज लिया था।
-शिवराज ने कहा कि कांग्रेस पार्टी से मैं इतना ही कहना चाहता हूं कि जो जनता की कल्याणकारी योजनाएं चल रही हैं उससे बंद न करें। और अपने वचन पत्र का पालन करें। मैंने कमलनाथजी को दिल से शुभकामनाएं दी हैं।
दो सरकारों के बीच सौदे क्यों नहीं हो सकते। बिचौलियों की जरूरत क्यों। कांग्रेस पार्टी ने रक्षा सौदों को लटकाकर देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है। इसके साथ ही निष्क्रिष्ट शब्दों का इस्तेमाल किया गया। बेहद शर्मनाक है। उन्होंने भाजपा की हार पर कहा कि इसके लिए मैं दोषी हूं।
और क्या कहा
-कांग्रेस के समय बिचौलियों को दलाली का मौका मिलता था।
-बिचौलियों की भूमिका महत्वपूर्ण रहती थी।
-देश को बदनाम करने की साजिश हुई। देश की बदनामी हुई।
-कांग्रेस को देश से माफी मांगना चाहिए।
-राफेल मुद्दे कोर्ट के फैसले से राहुल गांधी नसीहत लेना चाहिए।
-राहुल गांधी को बचकाने बयानों से देश को बदनाम करने से बाज आना चाहिए।
-राहुल गांधी को देश से माफी मांगना चाहिए।
भाजपा की हार के लिए मैं दोषी
इधर, भाजपा की बार के बारे में शिवराज ने कहा कि मैं स्वयं दोषी हूं। शिवराज के केंद्र में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में रहकर ही जनता की सेवा करने की मेरी भूमिका रहेगी।